MP: भिंड में मंत्री का समधी बताकर दबंग ने पेशाब करने से रोकने पर युवक को गोली मार दी – The Hill News

MP: भिंड में मंत्री का समधी बताकर दबंग ने पेशाब करने से रोकने पर युवक को गोली मार दी

नई दिल्ली/भिंड. मध्य प्रदेश के भिंड जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जहां सत्ता के नशे और रसूख की हनक में एक युवक की जान ले ली गई। महज सड़क किनारे पेशाब करने से रोकने जैसी मामूली बात पर शुरू हुए विवाद ने इतना उग्र रूप ले लिया कि आरोपी ने बंदूक निकाल ली। खुद को प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री का समधी बताते हुए आरोपी ने युवक को गोली मार दी। घायल अवस्था में युवक को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस हत्याकांड के बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया और गुस्साए परिजनों ने नेशनल हाईवे पर चक्काजाम कर दिया।

घटना रविवार रात करीब सवा नौ बजे की बताई जा रही है। पुलिस के मुताबिक आरोपी जेपी कांकर सड़क किनारे खुले में पेशाब कर रहा था। वहां से गुजर रहे एक युवक ने जब उसे ऐसा करने से मना किया और सार्वजनिक स्थान की मर्यादा का हवाला दिया, तो आरोपी भड़क गया। दोनों के बीच कहासुनी शुरू हो गई जो देखते ही देखते गाली-गलौज में बदल गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गुस्से में आग बबूला हुए आरोपी जेपी कांकर ने अपनी ऊंची पहुंच का धौंस जमाना शुरू कर दिया। उसने चिल्लाकर कहा कि वह कैबिनेट मंत्री राकेश शुक्ला का समधी है और उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। इसी बहस के बीच उसने हथियार निकाला और युवक के पेट में गोली मार दी।

गोली लगते ही युवक वहीं गिर पड़ा। आनन-फानन में उसे इलाज के लिए पहले स्थानीय अस्पताल और फिर गंभीर हालत को देखते हुए ग्वालियर रेफर किया गया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित किए जाने के बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा।

सोमवार को शव लेकर परिजनों और स्थानीय लोगों ने भिंड-ग्वालियर नेशनल हाईवे 719 पर डेरा डाल दिया। न्याय की मांग को लेकर परिजनों ने लगभग 6 घंटे तक हाईवे को पूरी तरह से जाम रखा। इस प्रदर्शन के कारण सड़क के दोनों ओर गाड़ियों की लंबी कतारें लग गईं। जाम इतना भीषण था कि कई किलोमीटर तक ट्रैफिक थम गया। इस दौरान जाम में फंसे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई लोगों की ट्रेनें छूट गईं तो कड़कड़ाती ठंड और भूख-प्यास के कारण कई यात्रियों की तबीयत भी बिगड़ने लगी।

पीड़ित परिवार ने पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं। परिजनों का आरोप है कि गोहद चौराहा थाना प्रभारी मनीष धाकड़ ने मामले की एफआईआर लिखने में जानबूझकर देरी की। परिवार वालों का कहना है कि पुलिस मंत्री के रिश्तेदार होने के कारण आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही थी। हालांकि, भारी दबाव के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी जेपी कांकर को गिरफ्तार कर लिया है।

इस हत्याकांड में जेपी कांकर के अलावा उसके दो अन्य साथियों सुनीर कांकर और दीपू बौहरे का नाम भी सामने आया है। वारदात के बाद से ही ये दोनों फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि वह आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। फिलहाल इलाके में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। यह घटना एक बार फिर सवाल खड़ा करती है कि क्या सत्ता के करीबी होने का मतलब कानून से ऊपर होना है? पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले में निष्पक्ष जांच होगी और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

 

Pls read:Punjab: पंजाब बाढ़ राहत- AAP सांसदों ने MPLADS फंड से दिए करोड़ों रुपये

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *