शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली इलाके में मस्जिद को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां जारी अनशन के दसवें दिन हिंदू संघर्ष समिति ने एक बड़ा कदम उठाते हुए शस्त्र पूजन किया। समिति का कहना है कि इस शस्त्र पूजन का मुख्य उद्देश्य सनातन जागरण के संदेश को जन-जन तक पहुंचाना है। इस कार्यक्रम के बाद क्षेत्र में माहौल एक बार फिर गरमा गया है और समिति ने प्रशासन समेत दूसरे पक्ष को खुली चेतावनी दी है।
हिंदू संघर्ष समिति के नेता विजय शर्मा और मदन ठाकुर ने गुरुवार को स्पष्ट शब्दों में ऐलान किया कि वे शुक्रवार को संजौली मस्जिद में नमाज नहीं होने देंगे। उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपील की है कि वे संजौली मस्जिद के अलावा अपने घरों में या किसी अन्य मस्जिद में नमाज पढ़ें। उनका तर्क है कि कोर्ट की ओर से इस ढांचे को अवैध घोषित किया गया है, इसलिए वहां नमाज पढ़ना सही नहीं है। नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि उन्हें उकसाने का काम न किया जाए और शांति बनाए रखी जाए।
समिति ने जिला प्रशासन के रवैये पर भी कड़ा आक्रोश जाहिर किया है। समिति के नेताओं ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि वे उनके साथ किसी भी तरह का छल करने की कोशिश न करें। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन अवैध गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए संरक्षण देने का काम कर रहा है। उनका कहना है कि बातचीत के दौर चलने के बावजूद प्रशासन कार्रवाई को आगे नहीं बढ़ा रहा है, जिससे लोगों में रोष पनप रहा है।
प्रदर्शन के दौरान नेताओं ने आम लोगों से एक विवादित अपील भी की। विजय शर्मा और मदन ठाकुर ने कहा कि लोग अपने घरों में आत्मरक्षा और बचाव के लिए शस्त्र रखना शुरू करें। उन्होंने आरोप लगाया कि दूसरे समुदाय के कुछ लोग उनकी माताओं और बहनों के साथ छेड़छाड़ करते हैं, इसलिए सुरक्षा के लिहाज से सतर्क रहना जरूरी है। समिति ने दो टूक कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो सनातन समाज शस्त्र उठाने से पीछे नहीं हटेगा।
फिलहाल हिंदू संघर्ष समिति की नजरें 29 नवंबर को होने वाली प्रस्तावित बैठक पर टिकी हैं। मदन ठाकुर ने कहा कि उन्हें इस बैठक से सकारात्मक परिणाम निकलने की उम्मीद है। हालांकि, उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि अगर बैठक में कोई ठोस नतीजा नहीं निकला या सकारात्मक परिणाम नहीं मिले, तो इस आंदोलन को और भी तेज किया जाएगा। हिंदू समाज की एक ही प्रमुख मांग है कि कोर्ट के आदेशों को सख्ती से लागू किया जाए और अवैध ढांचे को लेकर उचित कार्रवाई की जाए। शस्त्र पूजन और शुक्रवार को नमाज रोकने की चेतावनी के बाद संजौली में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।
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