नैनीताल। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार की सुबह नैनीताल में एक अलग ही अंदाज में शुरुआत की। अपनी व्यस्त दिनचर्या के बीच धामी सुबह सवेरे मॉर्निंग वॉक पर निकले और इस दौरान उन्होंने सीधे जनता से संवाद किया। सुरक्षा के तामझाम से दूर मुख्यमंत्री ने नैनीताल की सड़कों पर आम नागरिकों, पर्यटकों और स्कूल जा रहे बच्चों से मुलाकात की। उन्होंने बेहद आत्मीयता के साथ लोगों से बातचीत की और उनका हालचाल जाना। इस दौरान मुख्यमंत्री का एक सहज रूप तब देखने को मिला जब वे स्थानीय चाय विक्रेता भरत की दुकान पर रुके और वहां चाय की चुस्की का आनंद लिया।
मॉर्निंग वॉक और जनसंपर्क के साथ ही मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों की जमीनी हकीकत भी परखी। उन्होंने मानस खंड मिशन के तहत प्रसिद्ध नैना देवी मंदिर परिसर में चल रहे सौंदर्यीकरण कार्यों का निरीक्षण किया। धामी ने बताया कि नैना देवी मंदिर को और अधिक भव्य और आकर्षक रूप देने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इस उद्देश्य के लिए ग्यारह करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है। उन्होंने संतोष जताया कि इस बजट के तहत कई महत्वपूर्ण निर्माण और सौंदर्यीकरण के कार्य तेजी से प्रगति पर हैं।
मंदिर के अलावा मुख्यमंत्री ने नैनीताल शहर के अन्य प्रमुख विकास कार्यों का भी जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों से डीएसए मैदान के सुधार कार्यों, बलिया नाला और ठंडी सड़क पर चल रहे भूस्खलन सुरक्षा कार्यों की विस्तृत जानकारी ली। नैनीताल की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए ठंडी सड़क और बलिया नाला के सुरक्षा कार्य बेहद संवेदनशील और महत्वपूर्ण माने जाते हैं। मुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि इन सभी कार्यों में तेजी लाई जाए और गुणवत्ता के साथ कोई समझौता न किया जाए।
इस निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के साथ नैनीताल के जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह बिष्ट, जिलाधिकारी ललित मोहन रयाल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजूनाथ टीसी समेत कई अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री का यह दौरा न केवल विकास कार्यों की निगरानी के लिहाज से अहम रहा, बल्कि जनता के बीच यह संदेश भी गया कि सूबे का मुखिया उनके बीच मौजूद है और विकास कार्यों पर सीधी नजर रख रहा है।
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