नई दिल्ली। अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में भारतीय मूल के जोहरान ममदानी ने मेयर पद पर अपनी ऐतिहासिक जीत के बाद बुधवार को एक महत्वपूर्ण भाषण दिया। इस भाषण में उन्होंने भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के 1947 के मशहूर “भाग्य से मिलन” (Tryst With Destiny) भाषण का जिक्र किया, जिससे उनकी जीत को एक व्यापक और ऐतिहासिक संदर्भ मिला।
ममदानी ने भारत की आजादी के अवसर पर दिए गए नेहरू के उन शब्दों को उद्धृत किया जो आज भी प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा, “मुझे जवाहर लाल नेहरू के शब्द याद आ रहे हैं। इतिहास में एक ऐसा क्षण बहुत कम आता है, जब हम पुराने से नए की ओर कदम बढ़ाते हैं, जब एक युग का अंत होता है और जब लंबे समय से दमित एक राष्ट्र की आत्मा को अभिव्यक्ति मिलती है। आज रात, न्यूयॉर्क ने ठीक यही किया है। यह नया युग स्पष्टता, साहस और दूरदर्शिता की मांग करता है, किसी बहाने की नहीं।” इन शब्दों के माध्यम से ममदानी ने अपनी जीत को न्यूयॉर्क के लिए एक नए युग की शुरुआत के रूप में प्रस्तुत किया, जहां शहर की आत्मा को एक नई अभिव्यक्ति मिली है।
मंगलवार रात को जोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क शहर के सबसे कम उम्र के मेयर बनकर इतिहास रच दिया। यह उपलब्धि उन्हें केवल उम्र के लिहाज से ही नहीं, बल्कि उनकी पहचान के कारण भी खास बनाती है। वह इस प्रतिष्ठित पद को हासिल करने वाले पहले मुस्लिम और दक्षिण एशियाई प्रवासी भी हैं, जो न्यूयॉर्क जैसे बहुसांस्कृतिक शहर के लिए एक मील का पत्थर है। ममदानी ने डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी एंड्रयू कुओमो और रिपब्लिकन उम्मीदवार कर्टिस सिल्वा को हराकर शानदार जीत दर्ज की, जिसमें उन्होंने 50.4 प्रतिशत वोट हासिल किए।
सीबीएस न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार, ममदानी ने आर्थिक असमानता और जीवन-यापन की बढ़ती लागत से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने के वादों के साथ चुनाव लड़ा था। उनके चुनावी घोषणापत्र में कई ऐसे वादे शामिल थे जिनका उद्देश्य आम लोगों के जीवन को बेहतर बनाना था। उन्होंने किराए पर स्थिर घरों में रहने वालों के लिए किराए पर रोक लगाने, किफायती आवासों का निर्माण करने, मुफ़्त और तेज़ बस सेवा उपलब्ध कराने, मुफ़्त चाइल्डकेअर की व्यवस्था करने, ऊँची खाद्य लागतों को कम करने के लिए शहर के स्वामित्व वाली किराना दुकानें खोलने और अमीरों पर करों में वृद्धि करने का वादा किया था। ये सभी वादे न्यूयॉर्क के उन लाखों निवासियों के लिए एक आशा की किरण लेकर आए हैं जो लगातार बढ़ती लागतों से जूझ रहे हैं।
ममदानी की जीत के जश्न का एक और दिलचस्प पहलू उनकी स्पीच के अंत में देखने को मिला। जैसे ही उन्होंने अपना भाषण समाप्त किया, पृष्ठभूमि में बॉलीवुड फिल्म “धूम मचाले” का टाइटल म्यूजिक बजने लगा। इस अनूठे क्षण का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने उनकी जीत के जश्न को और भी यादगार बना दिया। यह पल उनकी भारतीय विरासत और संस्कृति के प्रति उनके जुड़ाव को भी दर्शाता है, जिसे न्यूयॉर्क जैसे वैश्विक शहर में सराहा जा रहा है। जोहरान ममदानी की यह जीत न केवल न्यूयॉर्क के लिए, बल्कि दुनिया भर के प्रवासियों और युवाओं के लिए एक प्रेरणा है, जो दिखाते हैं कि दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
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