नई दिल्ली। रूस की पादप (फाइटोसैनिटरी) स्वच्छता निगरानी संस्था ने कहा है कि रूसी बाजार में भारत केले की आपूर्ति बढ़ा सकता है। रूस में विदेश से कृषि उत्पादों के आयात को मंजूरी देने वाली इस संस्था ने बताया कि रूस, भारत से पांच लाख मीट्रिक टन तक केले का आयात कर सकता है। संस्था ने कहा कि रूस प्रति वर्ष तीन से पांच लाख मीट्रिक टन भारतीय केले स्वीकार करने को तैयार है।
संस्था के प्रमुख सर्गेई डंकवर्ट ने इस संबंध में भारतीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की है। दोनों पक्षों ने भारत से रूस को झींगा और मछली उत्पादों सहित कृषि उत्पादों की पारस्परिक आपूर्ति बढ़ाने के अवसरों के साथ-साथ देश के बाजार में अन्य भारतीय फलों और सब्जियों की आपूर्ति बढ़ाने पर भी चर्चा की। भारत दुनिया का सबसे बड़ा केला उत्पादक देश है, जिसका वार्षिक उत्पादन 3.3 करोड़ टन है।
गौरतलब है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पूर्व में घोषणा की थी कि दिसंबर के पहले सप्ताह में अपनी नई दिल्ली यात्रा से पहले उन्होंने सरकार को भारत के साथ व्यापार असंतुलन कम करने के लिए कदम उठाने का आदेश दिया है।
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