शिमला: हिमाचल प्रदेश में अगले साल से 5जी मोबाइल सेवा शुरू हो जाएगी। इस सेवा के लिए भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के मौजूदा स्वदेशी 4जी मोबाइल टावर को अपग्रेड करने की जरूरत पड़ेगी, जिनका हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभारंभ किया था।
बीएसएनएल हिमाचल प्रदेश दूरसंचार परिमंडल के मुख्य महाप्रबंधक चरण सिंह ने बीएसएनएल की रजत जयंती के अवसर पर आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए बीएसएनएल की उपलब्धियों, वित्तीय पुनरुद्धार और भविष्य के विकास की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बीएसएनएल की रजत जयंती स्वदेशी तकनीक के साथ लचीलेपन, राष्ट्रीय सेवा और नई गति का उत्सव है। सिंह ने बताया कि बीएसएनएल द्वारा ई-सिम सेवा भी शुरू की गई है, जिसका औपचारिक शुभारम्भ जल्दी ही होगा। उन्होंने यह भी बताया कि ई-सिम मौजूदा सिम की तुलना में ज्यादा सुरक्षित होगी।
विदेशी तकनीक पर आधारित 4जी मोबाइल टावर की विशेषताएं बताते हुए उन्होंने कहा कि ये विश्वसनीय और उच्च गति वाली मोबाइल सेवा सुनिश्चित करेंगे। यह टावर हिमाचल प्रदेश के लाहौल और स्पीति, किन्नौर, पांगी, भरमौर, तिस्सा क्षेत्रों के 881 असंबद्ध दूरदराज के गांवों और आदिवासी इलाकों को 4जी कवरेज प्रदान कर रहे हैं।
राज्य में बीएसएनएल के प्रति आम लोगों का भरोसा बढ़ने का उल्लेख करते हुए चरण सिंह ने बताया कि हिमाचल प्रदेश दूरसंचार परिमंडल ने 2023-24 में 260 करोड़ रुपये से बढ़कर 2024-25 में 325 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया है, जोकि 25 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि है। यह वृद्धि बीएसएनएल की सेवाओं की बढ़ती स्वीकार्यता और विश्वसनीयता को दर्शाती है। 5जी सेवा की शुरुआत से हिमाचल प्रदेश में डिजिटल कनेक्टिविटी को और बढ़ावा मिलेगा, जिससे लोगों को तेज इंटरनेट और बेहतर संचार सुविधाएं मिलेंगी। यह कदम राज्य के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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