देहरादून: पटेलनगर कोतवाली क्षेत्र में चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने आरोपितों के पास से चोरी के चार वाहन, लाखों रुपये के गहने और नकदी बरामद की है, जिससे क्षेत्र में हुई कई चोरियों का खुलासा हुआ है।
पुलिसकर्मी का बेटा भी शामिल
गिरफ्तार आरोपितों की पहचान शुभम पंवार निवासी जामणी खाल, थाना हिंडोलाखाल, जिला टिहरी गढ़वाल और राहुल निवासी राजेश्वरी कॉलोनी, बंजारावाला, पटेलनगर के रूप में हुई है। चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपित राहुल एक पुलिसकर्मी का बेटा है। उसके पिता की कोरोनाकाल में मृत्यु हो गई थी, जिसके बाद उसने चोरी की घटनाओं को अंजाम देना शुरू किया। राहुल चोरी की बाइक से ही दिल्ली व अन्य जगहों पर घूमने के लिए जाता था, जिससे उसके अपराध करने का तरीका सामने आता है।
पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने किया चार चोरी की घटनाओं का पर्दाफाश
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि 26 अगस्त को रामनाथ गुप्ता निवासी लक्ष्य एनक्लेव ब्लॉक टी स्टेट बंजारावाला ने बाइक चोरी, 29 अगस्त को सौरभ भट्ट निवासी विद्या विहार ने एक्टिवा चोरी, राजेंद्र प्रसाद बडोनी निवासी बंजारावाला ने घर से नकदी व गहने चोरी, जबकि 6 सितंबर को जनार्दन प्रसाद कंडवाल निवासी बंजारावाला ने गहने व नकदी चोरी की तहरीर पटेलनगर कोतवाली में दी थी। इन सभी मामलों में मुकदमा दर्ज कर चोरों की तलाश शुरू की गई थी।
सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर की सूचना से गिरफ्तारी
लगातार घरों और वाहन चोरी की घटनाओं को देखते हुए, प्रभारी निरीक्षक पटेलनगर चंद्रभान अधिकारी को अलग-अलग टीम बनाकर आरोपितों की धरपकड़ के निर्देश जारी किए गए। पुलिस टीमों ने घटनास्थल और उसके आसपास आने-जाने वाले मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। इसके अलावा, पूर्व में चोरी और वाहन चोरी के मामले में जेल गए आरोपितों के बारे में भी जानकारी जुटाई गई।
रविवार को पुलिस ने सूचना के आधार पर हरिद्वार रोड से आरोपित शुभम पंवार और राहुल को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से अलग-अलग घटनाओं में चोरी किए गए दो दुपहिया वाहन, लाखों रुपये के गहने और 37,400 रुपये की नकदी बरामद की गई। यह गिरफ्तारी पुलिस के सक्रिय प्रयासों और तकनीकी निगरानी का परिणाम है।
नशे की लत के कारण करते थे चोरी
पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वे दोनों नशे के आदी हैं और अपनी नशे की लत को पूरा करने के लिए उन्होंने चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया। आरोपित चोरी किए गए वाहनों को अन्यत्र ले जाकर बेचने की फिराक में थे, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। यह खुलासा एक बार फिर यह दर्शाता है कि नशे की लत किस प्रकार अपराधों को जन्म देती है और युवाओं को आपराधिक गतिविधियों की ओर धकेलती है। पुलिस अब इन आरोपितों के खिलाफ आगे की कार्रवाई कर रही है और चोरी के अन्य मामलों में भी उनकी संलिप्तता की जांच कर रही है।
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