Himachal: हिमाचल कांग्रेस ने लॉन्च किया ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ अभियान, भाजपा और केंद्र पर साधा निशाना – The Hill News

Himachal: हिमाचल कांग्रेस ने लॉन्च किया ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ अभियान, भाजपा और केंद्र पर साधा निशाना

शिमला: हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आज सांसद रजनी पाटिल की मौजूदगी में ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ अभियान की शुरुआत की। कांग्रेस पार्टी मुख्यालय राजीव भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में कांग्रेस नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और केंद्र सरकार पर तीखे हमले किए।

रजनी पाटिल के प्रमुख बिंदु:
अभियान की हिमाचल प्रभारी रजनी पाटिल ने कहा कि केंद्र सरकार विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी ने संसद के मानसून सत्र में SIR (संविधान (130वां) संशोधन विधेयक) पर चर्चा की मांग की, लेकिन केंद्र सरकार चर्चा से भागती रही। पाटिल ने उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के ‘बुलडोजर’ कार्रवाई का हवाला देते हुए कहा कि केंद्र सरकार भी विपक्ष की आवाज पर बुलडोजर चला रही है।

रजनी पाटिल ने राहुल गांधी के उन दावों का भी समर्थन किया, जिसमें उन्होंने ‘वोट चोरी’ के सबूत पेश किए हैं। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी एक ही भवन में 5000 वोटर और ‘ज़ीरो नंबर’ वाले घर में 1500 वोट होने के सुबूत लोगों के सामने रख चुके हैं। इसी के चलते राहुल गांधी ने बिहार में ‘अधिकार यात्रा’ शुरू की है, जिसे अब सभी प्रदेशों में चलाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा चुनी हुई सरकारों को भी गिराने का प्रयास कर रही है, और हिमाचल में भाजपा के ‘स्लीपर सेल’ ने सरकार गिराने की नाकाम कोशिश की, लेकिन कांग्रेस के विधायकों की संख्या फिर से 40 हो गई। पाटिल ने मुख्यमंत्री सुक्खू के नेतृत्व वाली वर्तमान सरकार के बेहतर कामकाज की सराहना की।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का संबोधन:
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राहुल गांधी मतदाताओं के अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं और ‘वोट चोरी’ के विरुद्ध एक संघर्ष आरंभ किया है, जिसे हिमाचल प्रदेश में भी पूरी ताकत के साथ चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को दो बार चुनावों का सामना करना पड़ा – पहली बार 2022 में जब जनता ने 40 सीटें दीं, और दूसरी बार जब कुछ लोगों ने लोभ में आकर पार्टी को धोखा दिया और दोबारा चुनाव थोपे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता के आशीर्वाद से कांग्रेस के विधायकों की संख्या फिर से चालीस हो गई है। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और प्रदेश की जनता का सरकार का साथ देने के लिए धन्यवाद किया और कहा कि जनता का रुझान कांग्रेस के प्रति है।

श्री सुक्खू ने दावा किया कि कांग्रेस पार्टी एकजुटता के साथ आगे बढ़ रही है और जल्द ही मंडल स्तर तक पार्टी की कार्यकारिणी गठित कर ली जाएंगी। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा पांच गुटों में बंटी है और हर गुट शक्ति प्रदर्शन कर रहा है, जबकि कांग्रेस पार्टी में केवल ‘हाथ’ का गुट है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सभी गारंटियों को चरणबद्ध तरीके से पूरा कर रही है, लेकिन सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाल करने के लिए केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश पर कई आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं, जिसमें राज्य की एडिशनल बॉरोइंग में हर साल 1600 करोड़ रुपये की कटौती शामिल है। उन्होंने यह भी बताया कि 2023 में आई आपदा के लिए राज्य सरकार ने अपने संसाधनों से 4500 करोड़ रुपये का पैकेज दिया है।

लोकतंत्र पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कई बिल विधानसभा से पास होने के बावजूद महीनों से राजभवन में लंबित हैं, और राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी इंतजार कर रही है। उन्होंने कुलपति (वाइस चांसलर) की नियुक्ति के लिए सरकार को जानकारी दिए बिना विज्ञापन जारी करने और कैबिनेट के अनुरोध को दरकिनार कर विज्ञापन की तिथि को आगे बढ़ाने जैसे मुद्दों का भी उल्लेख किया। श्री सुक्खू ने कहा, “आज चुनौतियां हैं और मुझे चुनौतियों से लड़कर लोगों की आवाज बनने में मजा आता है।”

 

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