नई दिल्ली। अपनी अद्वितीय न्यायशैली और लाखों लोगों के दिलों में जगह बनाने वाले अमेरिका के प्रसिद्ध जज फ्रैंक कैप्रियो का 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। वह लंबे समय से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। उनके निधन की दुखद जानकारी उनके आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर साझा की गई।
जज कैप्रियो को दुनियाभर में इसलिए पसंद किया जाता था क्योंकि वह कोर्टरूम में केवल कानूनी किताबों से ही नहीं, बल्कि अपने दिल से भी फैसले किया करते थे। यही कारण था कि आम लोग उन्हें बेहद प्यार करते थे और उन्हें “अमेरिका का सबसे अच्छा जज” माना जाता था। उनकी अदालत की कार्यवाही के वीडियो अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होते थे, जहाँ उनकी करुणा और मानवीय दृष्टिकोण स्पष्ट रूप से दिखाई देता था।
उनके आधिकारिक इंस्टाग्राम पेज पर जारी एक बयान के अनुसार, जज फ्रैंक कैप्रियो का कैंसर से लंबी और साहसी लड़ाई के बाद निधन हो गया। बयान में कहा गया, “अपनी करुणा, विनम्रता और लोगों की भलाई में अटूट विश्वास के लिए प्रिय, न्यायाधीश कैप्रियो ने अदालत के कक्ष और उसके बाहर अपने काम के माध्यम से लाखों लोगों के जीवन को छुआ। उनकी गर्मजोशी, हास्य और दयालुता ने उन सभी पर एक अमिट छाप छोड़ी।”
बयान में यह भी कहा गया कि उन्हें न केवल एक सम्मानित न्यायाधीश के रूप में बल्कि एक समर्पित पति, पिता, दादा, परदादा और मित्र के रूप में सदैव याद किया जाएगा। उनकी विरासत उनके द्वारा प्रेरित अनगिनत दयालुतापूर्ण कार्यों में जीवित है, और उनके सम्मान में सभी से दुनिया में थोड़ी और करुणा लाने का प्रयास करने का आग्रह किया गया।
न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, न्यायाधीश कैप्रियो ने 1985 में जज के रूप में कार्यभार संभाला था और साल 2023 में वह सेवानिवृत्त हुए। दिसंबर 2023 में ही उन्हें कैंसर की बीमारी का पता चला था। अपनी मृत्यु से लगभग 24 घंटे पहले, उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी आखिरी पोस्ट साझा की थी। इस पोस्ट में उन्होंने लोगों के प्रति उनकी प्रार्थनाओं, प्यार और समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया था। उन्होंने अस्पताल में कैंसर से जूझते हुए कहा था कि वह और उनका परिवार सभी के सहयोग के लिए आभारी है। फ्रैंक कैप्रियो का निधन न्यायिक समुदाय और उनके अनगिनत प्रशंसकों के लिए एक बड़ी क्षति है।