US: ट्रंप के टैरिफ ने बिगाड़े अमेरिका-भारत के रिश्ते- जेफरी सैक्स ने बताया ‘मूर्खतापूर्ण रणनीतिक कदम’ – The Hill News

US: ट्रंप के टैरिफ ने बिगाड़े अमेरिका-भारत के रिश्ते- जेफरी सैक्स ने बताया ‘मूर्खतापूर्ण रणनीतिक कदम’

नई दिल्ली। अमेरिका और भारत के बीच कभी अभूतपूर्व रहे व्यापारिक और राजनयिक रिश्तों में हालिया तल्खी ने वैश्विक स्तर पर चिंताएं बढ़ा दी हैं, और दुनिया भर से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसलों की कड़ी निंदा हो रही है। दोनों देशों के बीच लगातार बिगड़ते संबंधों का ठीकरा सीधे तौर पर ट्रंप के सिर फोड़ा जा रहा है।

इसी क्रम में, प्रसिद्ध अमेरिकी अर्थशास्त्री और कोलंबिया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जेफरी सैक्स ने भारत पर टैरिफ लगाने के ट्रंप प्रशासन के फैसले की तीखी आलोचना की है। उन्होंने इसे अमेरिकी विदेश नीति का “सबसे मूर्खतापूर्ण रणनीतिक कदम” करार दिया है। सैक्स ने तर्क दिया कि ये टैरिफ “आत्मघाती” हैं और ऐसे समय में जब वैश्विक गठबंधन पहले से ही तनावग्रस्त हैं, ये एशिया में अमेरिका के सबसे महत्वपूर्ण रिश्तों में से एक को नुकसान पहुंचाने का जोखिम पैदा करते हैं।

‘क्रिस्टल बॉल’ और ‘सागर एनजेटी’ के ‘ब्रेकिंग पॉइंट्स’ शो में एक साक्षात्कार के दौरान, सैक्स ने जोर देकर कहा, “भारत पर ये टैरिफ कोई रणनीति नहीं, बल्कि बना बनाया काम बिगाड़ने वाला है। यह अमेरिकी विदेश नीति का सबसे मूर्खतापूर्ण रणनीतिक कदम है।” उन्होंने आगे कहा कि दशकों तक दुनिया भर की कई सरकारों को आर्थिक सलाह देने वाले जेफरी ने ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका (BRICS) का जिक्र करते हुए कहा कि भारत पर 25% का पेनल्टी टैरिफ लगाने से ब्रिक्स देशों के बीच “रातोंरात मेलजोल बढ़ गया, इन देशों में एकता इतना बढ़ा जैसा पहले कभी नहीं हुआ था।”

सैक्स ने इस बात पर प्रकाश डाला कि ट्रंप के इस कदम के कारण ब्रिक्स देशों में “अभूतपूर्व एकता” देखने को मिली। उन्होंने बताया कि टैरिफ की घोषणा के 24 से 48 घंटों के भीतर, इन देशों के बीच फोन कॉल्स की बाढ़ आ गई, जिससे उनके रिश्ते इस कदर मजबूत हुए कि यह अमेरिका के रणनीतिक हितों के खिलाफ काम किया गया।

जेफरी सैक्स ने ट्रंप के पूर्व व्यापार सलाहकार पीटर नवारो की भी कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि नवारो की पीएचडी “शायद मेरे पूर्व विभाग द्वारा दिया गया अब तक का सबसे अयोग्य पीएचडी” था। सैक्स ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि नवारो ने अर्थशास्त्र में पीएचडी की है, लेकिन “जाहिर है उन्होंने कुछ भी नहीं सीखा।” सैक्स की यह टिप्पणी ट्रंप प्रशासन की व्यापार नीतियों और उन्हें लागू करने वाले व्यक्तियों पर एक गंभीर हमला है, जो वैश्विक सहयोग और राजनयिक संबंधों पर उनके नकारात्मक प्रभावों को उजागर करती है।

 

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