Himachal: शिमला के रामचंद्र चौक पर लैंडस्लाइड, मुख्य सड़क बाधित, रिहायशी इलाके खतरे में – The Hill News

Himachal: शिमला के रामचंद्र चौक पर लैंडस्लाइड, मुख्य सड़क बाधित, रिहायशी इलाके खतरे में

शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में देर रात भारी भूस्खलन की दो बड़ी घटनाएं सामने आईं, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया और लोग दहशत में हैं। बेनमोर स्थित रामचंद्र चौक पर हुए भारी भूस्खलन से मुख्य सड़क पूरी तरह बाधित हो गई। इस भूस्खलन के कारण आसपास के रिहायशी क्षेत्र को भी गंभीर खतरा पैदा हो गया है। हादसे के तुरंत बाद प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया और लगभग 30 से 40 लोगों को उनके घरों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया।

भूस्खलन से सड़क के ऊपर और नीचे स्थित घरों को भी खतरा उत्पन्न हो गया है। लोगों में डर का माहौल है, क्योंकि प्रदेश में अभी भी भारी बरसात का दौर थमने वाला नहीं है। मौसम विभाग ने अभी भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे आशंका है कि यदि अधिक भूस्खलन होता है तो आसपास के कई भवन इसकी चपेट में आ सकते हैं।

घटनास्थल का जायजा लेने के लिए नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह डंगा (पुश्ता) पिछले साल ही लगाया गया था, लेकिन अब उसके गिरने से ऊपर और सड़क के नीचे दोनों तरफ खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों और अन्य विभागीय कर्मचारियों की मौके पर मौजूदगी की बात कहते हुए सरकार से अपील की कि पूरे प्रदेश में लगातार बारिश से हो रहे नुकसान को देखते हुए पहले से तैयारी के कदम उठाने चाहिएं।

हिमलैंड में भी भूस्खलन से भवन खतरे में

शिमला शहर के हिमलैंड क्षेत्र में भी एक बड़ा डंगा धंस गया है। इस भूस्खलन के कारण आसपास के कई भवनों को खतरा पैदा हो गया है। यदि थोड़ा सा भी और भूस्खलन होता है तो बहुमंजिला इमारतें भी ढह सकती हैं। शिमला में यह भूस्खलन की दूसरी बड़ी घटना है, जिससे लोग काफी सहमे हुए हैं और किसी बड़े नुकसान की आशंका से डरे हुए हैं।

सतलुज में बही तत्तापानी-करसोग सड़क

उधर, ऊपरी शिमला में भी प्राकृतिक आपदा का कहर देखने को मिला है। सुन्नी के पास तत्तापानी-करसोग सड़क का एक बड़ा हिस्सा सतलुज नदी में उफान के कारण पानी की भेंट चढ़ गया है। सड़क का बड़ा हिस्सा बह जाने के बाद अब यह मार्ग केवल पैदल चलने लायक ही बचा है, जिससे क्षेत्र की कनेक्टिविटी गंभीर रूप से प्रभावित हुई है। सड़क बंद होने की सूचना पर लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने मौके का दौरा किया और अधिकारियों को छोटे वाहनों के लिए वैकल्पिक सड़क बनाने के निर्देश दिए। यह घटनाएं प्रदेश में मानसून के दौरान बढ़ती भूस्खलन की समस्या और उसके गंभीर प्रभावों को उजागर करती हैं।

 

Pls read:Himachal: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में तीखी नोकझोंक- मंत्री की गाड़ी पर हमले को लेकर सत्ता और विपक्ष भिड़े

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *