Himachal: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में तीखी नोकझोंक- मंत्री की गाड़ी पर हमले को लेकर सत्ता और विपक्ष भिड़े – The Hill News

Himachal: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में तीखी नोकझोंक- मंत्री की गाड़ी पर हमले को लेकर सत्ता और विपक्ष भिड़े

शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी की गाड़ी पर थुनाग में काले झंडे और जूते फेंकने की घटना को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिली। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के बीच इस मुद्दे पर जोरदार नोकझोंक हुई।

उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि तिरंगा लगी मंत्री की गाड़ी पर काले झंडे और जूते फेंकना उचित परंपरा नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि यह सिलसिला जारी रहा, तो भविष्य में जब विपक्षी नेता किन्नौर और अन्य विधानसभा क्षेत्रों में जाएंगे, तो उन्हें भी इसी तरह की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। अग्निहोत्री ने ऐसे कृत्यों के लिए सख्त कार्रवाई की मांग की और इस गलत परंपरा को तत्काल समाप्त करने पर जोर दिया।

जवाबी हमला करते हुए, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि यह परंपरा उन्होंने नहीं, बल्कि वर्तमान सरकार ने शुरू की है। उन्होंने अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल का हवाला दिया और बताया कि जब वह किन्नौर और लाहुल गए थे, तब उन्हें काले झंडे दिखाए गए थे और उनकी गाड़ी पलटने की कोशिश की गई थी, जिससे उनकी जान को खतरा उत्पन्न हुआ था। ठाकुर ने वर्तमान सरकार पर निशाना साधते हुए यह भी आरोप लगाया कि पिछले तीन वर्षों में वे एक भी पटवार सर्कल या पटवार खाना नहीं बना सके, जबकि उनकी सरकार ने करोड़ों की इमारतें बनवाई थीं।

जयराम ठाकुर के सवालों का जवाब देते हुए उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जलशक्ति विभाग के सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि विपक्ष के नेता के निर्देशों का पालन किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि जब ठाकुर मुख्यमंत्री थे, तब विपक्ष के नेताओं को मिलने वाली सुविधाएं कम की गई थीं। अग्निहोत्री ने भाजपा विधायकों पर दिल्ली में जाकर राज्य के लिए धन रुकवाने का आरोप लगाया और कहा कि केंद्रीय मंत्री भी कहते हैं कि यदि धन जारी किया गया, तो बवाल हो जाएगा।

उपमुख्यमंत्री ने आपदा राहत कार्यों का भी जिक्र किया और बताया कि ऊना के लोगों द्वारा सराज के लिए 10,000 राशन की किट भेजी गई हैं। उन्होंने जयराम ठाकुर को याद दिलाया कि बेला सरदार, जिसे इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आईजीएमसी) शिमला से हटाया गया था, ने उनके विधानसभा क्षेत्र में आपदा प्रभावितों के लिए एक करोड़ रुपये बांटे हैं। यह तीखी बहस हिमाचल की राजनीति में बढ़ते टकराव को दर्शाती है।

 

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