चंडीगढ़:
पंजाब सरकार ने मुख्यमंत्री एस. भगवंत सिंह मान के ‘उद्योग क्रांति’ विजन के तहत “राइजिंग पंजाब – सजेशन्स टू सॉल्यूशन” शीर्षक से कार्यक्रमों की एक विशेष श्रृंखला की घोषणा की है। इस पहल का नेतृत्व उद्योग एवं वाणिज्य-सह-निवेश प्रोत्साहन मंत्री संजीव अरोड़ा कर रहे हैं। इन आयोजनों का उद्देश्य राज्य की नई उद्योग-अनुकूल नीतियों के बारे में जागरूकता फैलाना और सरकार तथा उद्योगपतियों के बीच सीधा संवाद मंच प्रदान करना है। इसी कड़ी में, उद्योग क्रांति के तहत पहला कार्यक्रम “राइजिंग पंजाब – सजेशन्स टू सॉल्यूशन” 19 अगस्त, 2025 को अमृतसर में आयोजित किया जाएगा।
प्रमुख फोकस क्षेत्र
कैबिनेट मंत्री संजीव अरोड़ा ने बताया कि ये कार्यक्रम उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, पीएसआईईसी और निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सुधारों पर प्रकाश डालेंगे। हितधारकों को क्लबिंग/डी-क्लबिंग नीति, प्लॉट फ्रैगमेंटेशन नीति, रद्द किए गए भूखंडों की बहाली नीति (अपीलीय प्राधिकरण के माध्यम से), लीजहोल्ड से फ्रीहोल्ड नीति और लंबित बकाया के लिए वन टाइम सेटलमेंट (ओटीएस) योजना से कैसे लाभ उठाया जा सकता है, इस बारे में मार्गदर्शन किया जाएगा।
इस पहल के बारे में बात करते हुए, उद्योग मंत्री संजीव अरोड़ा ने कहा कि “राइजिंग पंजाब केवल नीतियों के बारे में नहीं है – यह हमारे उद्योगों को आवाज देने, उनकी जरूरतों को सुनने और मिलकर वास्तविक समाधान खोजने के बारे में है। हमारा लक्ष्य पंजाब को निवेशकों और उद्यमियों के लिए अवसरों का केंद्र बनाना है, हम पंजाब में उद्योग क्रांति ला रहे हैं।”
पंजाब के विकास को सशक्त बनाना
“राइजिंग पंजाब” कार्यक्रम पंजाब के औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र में क्रांति लाने की दिशा में एक और कदम है, जो व्यवसायों को विस्तार करने, नवाचार करने और रोजगार सृजित करने के लिए सशक्त बनाएगा। उन्होंने आगे कहा कि इसके साथ, पंजाब सरकार एक प्रगतिशील, निवेश-अनुकूल और विकास-उन्मुख अर्थव्यवस्था के निर्माण के अपने संकल्प की पुष्टि करती है।
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