नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट के गलियारों में इन दिनों बिहार के एक 14 वर्षीय खिलाड़ी की खूब चर्चा हो रही है, जिसका नाम है वैभव सूर्यवंशी। महज 35 गेंदों पर शतक जड़कर पहली बार सुर्खियों में आए इस युवा बल्लेबाज को अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने भविष्य के लिए तराशने का जिम्मा उठाया है। आईपीएल के बाद इंग्लैंड में अपने शानदार प्रदर्शन से सबको प्रभावित करने वाले वैभव को बीसीसीआई से बुलावा आया और वह 10 अगस्त को बेंगलुरु स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) में एक विशेष ट्रेनिंग के लिए पहुंच चुके हैं।
सीनियर खिलाड़ियों की जगह लेने की तैयारी
रिपोर्ट्स के अनुसार, वैभव सूर्यवंशी एनसीए में बीसीसीआई द्वारा तैयार किए गए एक विशेष ट्रेनिंग प्रोग्राम का हिस्सा बने हैं, जिसका मकसद उन्हें भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करना है। उनके बचपन के कोच, मनीष ओझा ने इस प्रोग्राम के महत्व को समझाते हुए बताया कि यह भविष्य की एक बड़ी तैयारी है।
उन्होंने कहा, “बीसीसीआई पहले से ही इस युवा को सीनियर खिलाड़ियों की जगह भरने के लिए तैयार कर रही है। सीनियर खिलाड़ी धीरे-धीरे संन्यास ले रहे हैं और उस खाली जगह को भरने के लिए अगली पीढ़ी के खिलाड़ियों को पूरी तरह तैयार करना जरूरी है। वैभव के लिए यह ट्रेनिंग उसी प्रक्रिया का हिस्सा है। हम एक-एक प्रतिभाशाली लड़के को चुनकर उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मांगों के अनुसार तैयार करते हैं।”
रोहित-विराट के भविष्य की अटकलों के बीच अहम कदम
वैभव के लिए इस खास ट्रेनिंग की खबर ऐसे समय में आई है जब भारतीय क्रिकेट के दो सबसे बड़े स्तंभों, विराट कोहली और रोहित शर्मा, के सीमित ओवरों के भविष्य को लेकर अटकलें तेज हैं। मीडिया में ऐसी खबरें हैं कि ऑस्ट्रेलिया का आगामी दौरा इन दोनों दिग्गजों की आखिरी अंतरराष्ट्रीय सीरीज हो सकती है। ऐसे में बीसीसीआई की ‘मिशन नेक्स्ट जेनरेशन’ की रणनीति के तहत वैभव जैसे युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों पर निवेश करना एक दूरदर्शी कदम माना जा रहा है।
अगला मिशन: लंबे फॉर्मेट में महारत
एनसीए में वैभव की यह ट्रेनिंग एक हफ्ते तक चलेगी, जिसके बाद वह अगले असाइनमेंट के लिए इंडिया अंडर-19 कैंप से जुड़ेंगे। कोच मनीष ओझा के अनुसार, अब इस विस्फोटक बल्लेबाज का अगला मिशन लंबे फॉर्मेट (टेस्ट क्रिकेट) में अपनी स्थिरता को बढ़ाना है।
उन्होंने कहा, “उसमें पहली गेंद से ही आक्रमण करने की नैसर्गिक क्षमता है, जो टी20 और वनडे क्रिकेट में एक बहुत बड़ा प्लस पॉइंट है। आपने इसे आईपीएल, अंडर-19 और विजय हजारे ट्रॉफी में देखा है, लेकिन लंबे फॉर्मेट में उसका प्रदर्शन सफेद गेंद के मुकाबले थोड़ा गिर जाता है। हमारा लक्ष्य यह है कि वह 10 पारियों में से कम से कम 7-8 में प्रभावशाली खेल दिखाए।”
स्पष्ट है कि वैभव सूर्यवंशी में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है और बीसीसीआई उन्हें भविष्य के एक बड़े सितारे के रूप में देख रहा है। यह विशेष ट्रेनिंग उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की कठोर मांगों के लिए तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।