देहरादून।
उत्तरकाशी के धराली में आई भीषण आपदा के बाद राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने राहत एवं बचाव कार्यों की कमान संभाल ली है। गुरुवार को NDMA के विभागाध्यक्ष एवं सदस्य श्री राजेंद्र सिंह ने एक उच्च-स्तरीय बैठक में राहत कार्यों की समीक्षा की और राज्य को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार और गृह मंत्रालय पूरी तरह से उत्तराखंड के साथ खड़े हैं।
केंद्रीय टीम जल्द करेगी दौरा, पुनर्निर्माण में मिलेगी मदद
राजेंद्र सिंह ने सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, बीआरओ और वायु सेना सहित सभी शीर्ष एजेंसियों के अधिकारियों के साथ आगे की रणनीति पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि NDMA लगातार रेस्क्यू अभियान की निगरानी कर रहा है और जो भी सहायता उत्तराखंड को चाहिए, वह तुरंत मुहैया कराई जाएगी। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि धराली में पुनर्निर्माण कार्यों के लिए भारत सरकार हर संभव आर्थिक सहायता उपलब्ध कराएगी।
उन्होंने सचिव, आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन को क्षति का प्रारंभिक आकलन जल्द भेजने को कहा और बताया कि संभवतः अगले सप्ताह एक अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने उत्तराखंड आएगी। बैठक में हर्षिल के ऊपरी क्षेत्र में बन रही झील की निगरानी करने और जल निकासी के लिए जल्द एक संयुक्त टीम भेजने के निर्देश भी दिए गए।
मौसम ने दिया साथ, 367 यात्री एयरलिफ्ट
गुरुवार को मौसम के अनुकूल रहने से बचाव कार्यों में बड़ी तेजी आई। विभिन्न हेलीकॉप्टर सेवाओं ने कुल 93 उड़ानें (Sorties) भरीं और हर्षिल से 367 यात्रियों को सुरक्षित निकालकर मातली (255) और जॉलीग्रांट (112) पहुंचाया गया। आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि यदि शुक्रवार को भी मौसम अनुकूल रहा, तो विभिन्न स्थानों में फंसे शेष लोगों को भी रेस्क्यू कर लिया जाएगा।
रेस्क्यू ऑपरेशन का विस्तृत अपडेट:
-
बचाव में लगे हेलीकॉप्टर: कुल 15 हेलीकॉप्टर (चिनूक-02, एमआई-17-02, वायुसेना के अन्य-04, यूकाडा-08)
-
मौके पर कार्यरत टीमें: कुल 654 सदस्य (सेना-172, NDRF-112, ITBP-145, SDRF-73, पुलिस/प्रशासन-25 सहित)
-
तैयार टीमें: 271 सदस्यों की अतिरिक्त टीमें (सेना, स्पेशल फोर्स, अग्निशमन, ITBP) तैनाती के लिए तैयार।
-
घायलों की स्थिति: कुल 14 घायल रेस्क्यू किए गए, जिनमें से 5 गंभीर मरीजों को एम्स ऋषिकेश और मिलिट्री हॉस्पिटल देहरादून भेजा गया, जबकि 9 का इलाज उत्तरकाशी जिला अस्पताल में चल रहा है।
-
मृतक एवं लापता: अब तक 2 शव बरामद हुए हैं। सेना के 9 जवानों और 7 नागरिकों सहित कुल 16 लोग अभी भी लापता हैं।
-
मशीनरी: कुल 21 भारी मशीनें (जेसीबी, डोजर, टिप्पर) सड़क मार्ग खोलने में लगी हैं।
-
राहत सामग्री: 2500 खाने के पैकेट हर्षिल भेजे गए हैं और ड्राई राशन की भी आपूर्ति की जा रही है। 125 KVA का जेनरेटर सेट भी हर्षिल भेजा जा रहा है।
अब प्रशासन की अगली प्राथमिकता भारी उपकरणों को धराली तक पहुंचाना और बंद सड़कों को जल्द से जल्द खोलना है, ताकि जमीनी स्तर पर राहत कार्यों को और गति दी जा सके।