चंडीगढ़:
पंजाब के युवाओं को विदेश भेजने के नाम पर हो रही वीजा धोखाधड़ी को रोकने के लिए ब्रिटिश उच्चायोग ने पंजाब सरकार के साथ मिलकर काम करने की इच्छा जताई है। इसी सिलसिले में, ब्रिटिश उच्चायोग के राजनीतिक सलाहकार, डेनियल शेरी ने आज चंडीगढ़ स्थित उद्योग भवन में कैबिनेट मंत्री संजीव अरोड़ा से एक विशेष शिष्टाचार मुलाकात की। इस बैठक का मुख्य केंद्र बिंदु सरकार के “वीजा फ्रॉड तों बचो” (वीजा धोखाधड़ी से बचें) अभियान को और मजबूत करना था।
यह महत्वपूर्ण बैठक पंजाब के युवाओं के हितों और उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए आयोजित की गई। चर्चा के दौरान, विदेश यात्रा के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी, अवैध एजेंटों द्वारा युवाओं को गुमराह करने और फर्जी दस्तावेजों के इस्तेमाल जैसी उभरती चुनौतियों पर गहन विचार-विमर्श किया गया। दोनों पक्षों ने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि कैसे भोले-भाले युवा अक्सर धोखेबाज एजेंटों के जाल में फंसकर अपना पैसा और भविष्य दोनों बर्बाद कर लेते हैं।
मुलाकात के दौरान, दोनों पक्षों ने पंजाब सरकार द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियानों को और अधिक तेज करने पर सहमति व्यक्त की। उन्होंने लोगों तक सही जानकारी पहुंचाने और इस तरह की धोखाधड़ी को रोकने के लिए संयुक्त रूप से काम करने की अपनी इच्छा जाहिर की। ब्रिटिश राजनयिक डेनियल शेरी ने इस बात पर जोर दिया कि ब्रिटिश उच्चायोग सही और कानूनी प्रक्रिया के बारे में जानकारी फैलाने में पंजाब सरकार का पूरा सहयोग करेगा।
इस साझा पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि पंजाब के युवा सही और कानूनी चैनलों के माध्यम से अपने विदेशी सपनों को पूरा कर सकें और धोखाधड़ी करने वाले एजेंटों के जाल में न फंसें। यह कदम युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है।