चंडीगढ़।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा राज्य से नशे को जड़ से खत्म करने के लिए छेड़े गए ‘युद्ध नशे विरुद्ध’ अभियान को लगातार 156वें दिन भी जारी रखते हुए, पंजाब पुलिस ने सोमवार को 356 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इस बड़ी कार्रवाई के दौरान राज्य भर में 63 प्राथमिकी (FIR) दर्ज कर 87 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही, 156 दिनों में गिरफ्तार किए गए कुल नशा तस्करों की संख्या 24,592 तक पहुंच गई है।
इन छापों के परिणामस्वरूप गिरफ्तार किए गए तस्करों के कब्जे से 967 ग्राम हेरोइन, 267 किलोग्राम भुक्की (पॉपी हस्क) और 1869 नशीली गोलियां/कैप्सूल बरामद किए गए हैं।
यह ऑपरेशन पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देशों पर राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों में एक साथ चलाया गया। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पुलिस आयुक्तों, उपायुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए कड़े निर्देश दिए हैं। पंजाब सरकार ने नशों के खिलाफ इस जंग की निगरानी के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के नेतृत्व में 5 सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी का भी गठन किया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए विशेष डीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने बताया कि 1200 से अधिक पुलिसकर्मियों वाली 180 से अधिक पुलिस टीमों ने 75 राजपत्रित अधिकारियों (gazetted officers) की निगरानी में राज्य भर में छापेमारी की। उन्होंने आगे कहा कि दिन भर चले इस ऑपरेशन के दौरान पुलिस टीमों ने 377 संदिग्ध व्यक्तियों की भी जांच की।
विशेष डीजीपी ने कहा कि राज्य सरकार ने नशे को खत्म करने के लिए एक त्रि-आयामी रणनीति— प्रवर्तन, नशा-मुक्ति और रोकथाम (Enforcement, Deaddiction and Prevention – EDP)— लागू की है। इसी रणनीति के तहत, ‘नशा-मुक्ति’ अभियान के हिस्से के रूप में, पंजाब पुलिस ने आज 55 लोगों को नशा छुड़ाने और पुनर्वास उपचार के लिए भी राजी किया।