देहरादून: उत्तराखंड में हाल ही में संपन्न हुए पंचायत चुनावों में कांग्रेस के प्रदर्शन ने पार्टी में नई जान फूंक दी है। पार्टी के इस शानदार प्रदर्शन की सराहना करते हुए, पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने इसे कार्यकर्ताओं की जमीनी मेहनत की जीत बताया है और साथ ही राज्य की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर जमकर निशाना साधा है।
‘कार्यकर्ताओं की जीत, जनता ने बीजेपी को नकारा’
हरीश रावत ने अपने बयान में कहा कि पंचायत चुनाव के नतीजे दर्शाते हैं कि कांग्रेस पार्टी जमीनी स्तर पर फिर से मजबूत हो रही है और जनता का विश्वास जीत रही है। उन्होंने पार्टी के सभी विजयी उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा, “यह उन कांग्रेस कार्यकर्ताओं की जीत है, जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी पार्टी का झंडा बुलंद रखा और जनता के मुद्दों को लेकर संघर्ष किया।”
राज्य की बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए रावत ने कहा कि इन चुनावों ने सरकार के कामकाज पर जनता की मुहर लगा दी है। उन्होंने कहा, “महंगाई, बेरोजगारी और स्थानीय मुद्दों की अनदेखी से परेशान ग्रामीण जनता ने बीजेपी को सबक सिखाया है। यह परिणाम सरकार के लिए एक स्पष्ट चेतावनी है कि वह जनता की आवाज को अनसुना न करे और अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करे।”
आगामी चुनावों के लिए बढ़ेगा मनोबल
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पंचायत चुनावों में कांग्रेस का यह प्रदर्शन पार्टी के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है। ये चुनाव किसी भी पार्टी की ग्रामीण क्षेत्रों में पकड़ का आईना होते हैं। आगामी विधानसभा चुनावों से पहले, इन नतीजों से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल निश्चित रूप से बढ़ेगा और पार्टी को एक नई ऊर्जा के साथ चुनावी मैदान में उतरने का मौका मिलेगा।
कुल मिलाकर, पंचायत चुनावों के नती-जों ने प्रदेश की राजनीति में एक नई हलचल पैदा कर दी है। जहां एक ओर कांग्रेस इसे अपनी वापसी के संकेत के रूप में देख रही है, वहीं बीजेपी को अपनी ग्रामीण नीतियों और जमीनी पकड़ को लेकर आत्ममंथन करने की जरूरत महसूस हो सकती है।