देहरादून/बागेश्वर:
बागेश्वर में एक मासूम बच्चे की चिकित्सकीय लापरवाही के कारण हुई मृत्यु के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस अत्यंत दुखद और संवेदनशील प्रकरण का तत्काल संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। मामले की जांच की जिम्मेदारी कुमाऊं आयुक्त को सौंपी गई है।
सरकार की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में इस घटना को “अत्यंत पीड़ादायक और दुर्भाग्यपूर्ण” बताया गया है। बयान में कहा गया है कि प्रथम दृष्टया जो सूचना प्राप्त हुई है, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा अपने कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाही बरती गई है।
सरकार ने स्पष्ट किया है कि जांच में किसी भी स्तर पर यदि लापरवाही या उदासीनता पाई जाती है, तो दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। बयान में इस बात पर जोर दिया गया कि “जनता के विश्वास और जीवन की रक्षा में कोई कोताही सहन नहीं की जाएगी।”
इस घटना के बाद स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं और लोगों में आक्रोश व्याप्त है। सरकार के इस त्वरित कदम का उद्देश्य मामले की तह तक जाकर सच्चाई का पता लगाना और यह सुनिश्चित करना है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। अब सभी की निगाहें कुमाऊं आयुक्त की जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की दिशा तय होगी।