नई दिल्ली। बॉलीवुड में जहां ‘सिकंदर’ और ‘हाउसफुल 5’ जैसी बड़े सितारों और भारी-भरकम बजट वाली फिल्में दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींचने में नाकाम हो रही हैं, तब एक नई स्टारकास्ट वाली फिल्म ‘सैयारा’ ने बॉक्स ऑफिस पर सुनामी ला दी है। निर्देशक मोहित सूरी के कुशल निर्देशन और अहान पांडे-अनीत पड्डा की ताज़गी भरी जोड़ी ने साबित कर दिया है कि कहानी में दम हो तो सफलता मिलना तय है। फिल्म ने अपने पहले ही वीकेंड में 83 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया और सोमवार तक 100 करोड़ के प्रतिष्ठित क्लब में शामिल हो गई।
खास बात यह है कि फिल्म की सफलता का श्रेय इसके ऑर्गेनिक कलेक्शन और मजबूत वर्ड-ऑफ-माउथ को दिया जा रहा है, न कि बढ़ा-चढ़ाकर बताए गए आंकड़ों को। आइए, उन कारणों पर एक नज़र डालते हैं जिन्होंने ‘सैयारा’ को इस साल की सबसे बड़ी सरप्राइज हिट बना दिया है।
1. बॉलीवुड में रोमांस की दमदार वापसी
एक्शन, हॉरर और कॉमेडी के दौर में, ‘सैयारा’ ने दर्शकों को एक गहरी और भावुक प्रेम कहानी दी है। बॉलीवुड की आत्मा हमेशा से रोमांस रही है, चाहे वह ‘बॉबी’ हो, ‘आशिकी’ हो या ‘कबीर सिंह’। ‘सैयारा’ ने उसी इमोशन को फिर से जगाया, जिसने दर्शकों को सीधे दिल से जोड़ा और सिनेमाघरों तक खींच लाया।
2. बिना शोर-शराबे की जीनियस मार्केटिंग
आज के दौर में जहां सितारे महीनों पहले से फिल्म का प्रचार शुरू कर देते हैं, वहीं यशराज फिल्म्स ने ‘सैयारा’ के लिए एक शांत लेकिन प्रभावी रणनीति अपनाई। सिटी टूर या रियलिटी शो के बजाय, उन्होंने केवल सोशल मीडिया पर टीज़र, ट्रेलर और गानों के माध्यम से फिल्म का प्रचार किया। इस रहस्यमयी दृष्टिकोण ने दर्शकों की उत्सुकता को बनाए रखा।
3. सीमित स्क्रीन पर रिलीज की रणनीति
मेकर्स ने फिल्म को 3000 से ज्यादा स्क्रीन्स पर रिलीज करने के बजाय केवल 1750 स्क्रीन्स पर उतारा। यह एक मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ। कम स्क्रीन्स के कारण शो की मांग बढ़ी, हाउसफुल के बोर्ड लगे और फिल्म के हिट होने का माहौल बना।
4. जेन-जी को मिला नया क्रश – अहान पांडे
ऋषि कपूर से लेकर रणबीर कपूर तक, बॉलीवुड को समय-समय पर एक ‘चॉकलेटी बॉय’ मिलता रहा है। अहान पांडे ने इस खालीपन को भर दिया है। सोशल मीडिया पर ओवरएक्सपोजर के बजाय सीधे पर्दे पर उनकी सादगी और मासूमियत ने उन्हें जेन-जी का नया क्रश बना दिया है।
5. मोहित सूरी का कहानी कहने का जादुई अंदाज
मोहित सूरी ऐसी प्रेम कहानियां बनाने के लिए जाने जाते हैं जो असल जिंदगी के करीब लगती हैं। ‘आशिकी 2’ की तरह, ‘सैयारा’ भी एक ऐसी दिल को छू लेने वाली कहानी है जो बताती है कि हर प्यार को मंजिल नहीं मिलती। उनका यही यथार्थवादी दृष्टिकोण दर्शकों को पसंद आता है।
6. दिल छू लेने वाले ओरिजिनल गाने
रीमिक्स के चलन से ऊब चुके दर्शकों के लिए ‘सैयारा’ के गाने ताजी हवा के झोंके की तरह हैं। मिथुन, सचेत-परंपरा और विशाल मिश्रा जैसे माहिर संगीतकारों ने फिल्म को एक ऐसी आत्मा दी है, जिसके गाने सीधे रूह में उतर जाते हैं।
7. यशराज फिल्म्स की रोमांटिक विरासत
भले ही आदित्य चोपड़ा एक्शन यूनिवर्स बना रहे हों, लेकिन यशराज फिल्म्स के डीएनए में रोमांस है। ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ से लेकर ‘वीर-जारा’ तक, उन्होंने रोमांस को नई परिभाषा दी है। ‘सैयारा’ ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि जब बात प्रेम कहानियों की आती है, तो यशराज का कोई मुकाबला नहीं है।