नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज के तीसरे और चौथे मैच के बीच मिला आठ दिनों का लंबा गैप भारतीय टीम के लिए राहत की जगह आफत लेकर आया है। उम्मीद थी कि यह ब्रेक खिलाड़ियों को वर्कलोड मैनेजमेंट और तरोताजा होने का मौका देगा, लेकिन हुआ इसका ठीक उल्टा। मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में बुधवार (23 जून) से शुरू होने वाले चौथे टेस्ट से पहले भारतीय खेमा चोटों से बुरी तरह जूझ रहा है, जिसके चलते कप्तान शुभमन गिल के सामने एक मजबूत प्लेइंग इलेवन चुनना भी एक बड़ी चुनौती बन गया है।
टीम की मुश्किलों की शुरुआत स्टार ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी की चोट से हुई, जो ट्रेनिंग के दौरान घुटने में चोट लगने के कारण पूरी सीरीज से बाहर हो गए हैं। यह टीम के संतुलन के लिए एक बड़ा झटका है। इसके अलावा, टीम के कई अन्य प्रमुख खिलाड़ी भी फिटनेस समस्याओं से जूझ रहे हैं। विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत, जिन्हें तीसरे टेस्ट के दौरान उंगली में चोट लगी थी, लॉर्ड्स में विकेटकीपिंग नहीं कर पाए थे। चौथे टेस्ट के लिए उनकी फिटनेस अब भी एक रहस्य बनी हुई है।
गेंदबाजी विभाग भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। एजबेस्टन टेस्ट में जीत के हीरो रहे तेज गेंदबाज आकाश दीप ग्रोइन इंजरी से परेशान हैं। वहीं, अपने टेस्ट डेब्यू की उम्मीद लगाए युवा तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह के हाथ में नेट प्रैक्टिस के दौरान कट लग गया, जिसके बाद उन्हें टांके लगाने पड़े। इन चोटों ने भारतीय टीम मैनेजमेंट को चौथे टेस्ट के लिए कम से कम तीन बदलाव करने पर मजबूर कर दिया है।
कप्तान गिल के सामने चयन की दुविधा
अब कप्तान शुभमन गिल और टीम मैनेजमेंट के सामने कई मुश्किल सवाल हैं, जिनके जवाब प्लेइंग इलेवन में देखने को मिलेंगे:
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पंत की भूमिका और जुरेल का मौका: सबसे बड़ा सवाल ऋषभ पंत को लेकर है। अगर वह विकेटकीपिंग के लिए पूरी तरह फिट नहीं होते, तो क्या उन्हें एक विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में खिलाया जाएगा? लॉर्ड्स में उन्होंने बल्ले से अपनी आक्रामकता दिखाई थी। ऐसे में एक विकल्प यह है कि पंत को बतौर बल्लेबाज टीम में रखा जाए और विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी ध्रुव जुरेल को दी जाए। इससे भारत की बल्लेबाजी को गहराई मिलेगी।
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कुलदीप यादव की वापसी?: भारत ने पहले दो टेस्ट में बल्लेबाजी में गहराई को प्राथमिकता देते हुए रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर के रूप में दो स्पिनर खिलाए, लेकिन अपने सबसे बड़े विकेट लेने वाले स्पिनर कुलदीप यादव को बाहर रखा। नीतीश रेड्डी के बाहर होने से टीम का संतुलन बिगड़ा है, जो कुलदीप के लिए दरवाजे खोल सकता है। टीम तीन स्पिनरों के साथ भी उतर सकती है।
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अंशुल कंबोज का संभावित डेब्यू: अर्शदीप और आकाश दीप की चोट ने युवा तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज के डेब्यू की संभावना बढ़ा दी है। घरेलू क्रिकेट और ‘ए’ टीम के दौरे पर शानदार प्रदर्शन करने वाले कंबोज को टीम में शामिल किया गया है। चूंकि प्रसिद्ध कृष्णा पहले दो मैचों में महंगे साबित हुए थे, इसलिए टीम मैनेजमेंट कंबोज को मौका दे सकता है, जो अपनी नियंत्रण और स्विंग गेंदबाजी से अंग्रेजी परिस्थितियों में प्रभावी साबित हो सकते हैं।
कुल मिलाकर, मैनचेस्टर टेस्ट के लिए अंतिम एकादश चुनना गिल के लिए एक बड़ा सिरदर्द साबित होगा। टीम को बल्लेबाजी की गहराई, एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज, या एक आक्रामक विकेट टेकिंग स्पिनर के बीच एक कठिन संतुलन साधना होगा।
संभावित प्लेइंग इलेवन:
केएल राहुल, यशस्वी जायसवाल, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), शुभमन गिल (कप्तान), ऋषभ पंत, रवींद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर/कुलदीप यादव, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, अंशुल कंबोज/प्रसिद्ध कृष्णा।