चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शुक्रवार को भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर लोकतंत्र की आवाज को दबाने का आरोप लगाते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) और उसके नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज करके उन्हें चुप कराने की कोशिश की जा रही है।
मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा, “यह एक नया चलन बन गया है कि जो भी सच बोलेगा, उसे FIR का सामना करना पड़ेगा। अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और अन्य को सिर्फ सच बोलने के लिए सलाखों के पीछे डाल दिया गया।” उन्होंने कहा कि वे केंद्र द्वारा उनकी आवाज को दबाने के ऐसे सभी प्रयासों का सामना करने के लिए तैयार हैं और उन्हें देश के कानून पर पूरा भरोसा है। भगवंत मान ने चेतावनी दी कि आने वाले समय में और भी गिरफ्तारियां और FIR हो सकती हैं, क्योंकि भाजपा और उसके नेता मोदी के खिलाफ उठने वाली हर आवाज को बंद करना चाहते हैं।
विदेशी दौरों और अडानी पर उठाए सवाल
एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री मान ने कहा कि राज्य का मुख्यमंत्री होने के नाते उन्हें देश की विदेश नीति पर सवाल उठाने का पूरा अधिकार है। उन्होंने कहा, “मैं प्रधानमंत्री मोदी की विदेश यात्राओं पर बार-बार सवाल पूछूंगा, क्योंकि यह एक तथ्य है कि मोदी के किसी भी देश के दौरे के बाद वहां अडानी का कारोबार फैलता है।” उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी और उनकी कंपनी यह स्वीकार नहीं करती कि वे विदेशों में अडानी को उनके उद्यम स्थापित करने में मदद करते हैं। उन्होंने विदेश नीति की प्रभावशीलता पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान दुनिया के किसी भी देश ने भारत का समर्थन नहीं किया, तो ऐसी यात्राओं का क्या फायदा?
गैंगस्टरों को संरक्षण देने का आरोप
मुख्यमंत्री ने आगे आरोप लगाया कि खूंखार गैंगस्टरों को केंद्र की भाजपा सरकार संरक्षण दे रही है, जो गुजरात की जेलों में बंद हैं। उन्होंने कहा कि संगठित अपराध और ड्रग्स में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। केंद्रीय गृह मंत्री पर कटाक्ष करते हुए मान ने कहा, “जिन गृह मंत्री को गुजरात से बाहर कर दिया गया था, उनका खुद का एक आपराधिक रिकॉर्ड है, तो ऐसी सरकारों से और क्या उम्मीद की जा सकती है।”
पंजाब सरकार के काम को सराहा
इस दौरान मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह राज्य के लिए एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि राज्य विधानसभा में पांच जन-हितैषी विधेयक सर्वसम्मति से पारित किए गए हैं। उन्होंने कहा, “राज्य की पुरानी शान को बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है और इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।” भगवंत मान ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार आने वाले समय में पंजाब के हित में और भी विकासोन्मुखी फैसले लेगी।