नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 16वें रोजगार मेले का शुभारंभ किया और देश के 51,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया पर जोर देते हुए कहा कि “बिना पर्ची, बिना खर्ची” यानी बिना किसी सिफारिश या रिश्वत के नौकरी देना उनकी सरकार की पहचान बन गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि रोजगार मेला अभियान के तहत अब तक लाखों नौजवानों को भारत सरकार में स्थायी नौकरी मिल चुकी है और ये युवा राष्ट्र निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने विपक्ष पर परोक्ष रूप से तंज कसते हुए इस बात को दोहराया कि उनकी सरकार में युवाओं को योग्यता के आधार पर अवसर मिल रहे हैं।
राष्ट्रसेवा और ‘नागरिक प्रथम’ का दिया मंत्र
नए नियुक्त हुए युवाओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने उन्हें उनके नए दायित्वों की याद दिलाई। उन्होंने कहा, “आज कई साथी भारतीय रेल में अपने सफर की शुरुआत करेंगे, तो कई देश की सुरक्षा के प्रहरी बनेंगे। डाक विभाग में नियुक्त हुए साथी सरकार की सुविधाओं को गांव-गांव तक पहुंचाएंगे। विभाग कोई भी हो, पद कोई भी हो, लेकिन ध्येय एक ही होना चाहिए – राष्ट्रसेवा। हमारा एक ही सूत्र होना चाहिए – नागरिक प्रथम।” उन्होंने कहा कि इन युवाओं को देश के लोगों की सेवा करने का एक बहुत बड़ा मंच मिला है, जिसका उन्हें पूरी निष्ठा से उपयोग करना चाहिए।
अंतरराष्ट्रीय समझौतों से युवाओं को मिलेगा फायदा
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने हालिया पांच देशों के सफल दौरे का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा, “मैं दो दिन पहले ही पांच देशों की यात्रा करके लौटा हूं और हर देश में भारत की युवा शक्ति की गूंज सुनाई दी।” उन्होंने बताया कि इस यात्रा के दौरान रक्षा, फार्मा, डिजिटल टेक्नोलॉजी और दुर्लभ खनिज जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में कई समझौते हुए हैं, जिनका सीधा फायदा आने वाले समय में भारत के नौजवानों को मिलेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
प्राइवेट सेक्टर में पहली नौकरी पर सरकार देगी 15,000 रुपये
इस रोजगार मेले में प्रधानमंत्री मोदी ने एक बड़ी और महत्वपूर्ण घोषणा भी की। उन्होंने बताया कि सरकार ने हाल ही में ‘एम्प्लॉयमेंट लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम’ को मंजूरी दी है। इस योजना के तहत, प्राइवेट सेक्टर में अपनी पहली नौकरी पाने वाले युवाओं को सरकार की ओर से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। प्रधानमंत्री ने कहा, “पहली नौकरी की पहली सैलरी में सरकार अपना योगदान देगी और यह राशि 15,000 रुपये तक होगी।” उन्होंने बताया कि इस योजना के लिए सरकार ने 1 लाख करोड़ रुपये का विशाल बजट आवंटित किया है और इससे देश में लगभग साढ़े तीन करोड़ नए रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री ने अंत में कहा कि रोजगार मेला ‘युवा शक्ति’ को सशक्त बनाने और उन्हें ‘विकसित भारत’ के निर्माण में एक महत्वपूर्ण उत्प्रेरक बनाने की उनकी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
Pls read:Delhi: गुरुग्राम हत्याकांड: क्या सच में समाज के तानों ने ली बेटी की जान? पिता की कहानी में कई पेंच