Uttarakhand: ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’- दिल्ली में उत्तराखंडी उत्पादों को मिला नया मंच, स्थानीय अर्थव्यवस्था को मिलेगी मजबूती

नई दिल्ली। उत्तराखंड की पारंपरिक धरोहर, हस्तशिल्प और जैविक उत्पादों को राष्ट्रीय राजधानी में एक बड़ा मंच प्रदान करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली स्थित उत्तराखण्ड निवास परिसर में ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ के नए आउटलेट का उद्घाटन किया। यह आउटलेट राज्य के स्थानीय उत्पादों को एक संगठित बाजार प्रदान करेगा, जिससे न केवल प्रदेश की समृद्ध लोक-संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।

उद्घाटन के अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह पहल राज्य सरकार की उस दूरदृष्टि का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य पर्वतीय क्षेत्रों में उत्पादित प्राकृतिक और हस्तनिर्मित वस्तुओं को वैश्विक पहचान दिलाना है। उन्होंने विश्वास जताया कि इससे स्थानीय कारीगरों, शिल्पकारों और किसानों को नए अवसर मिलेंगे, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी।

यह आउटलेट ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ ब्रांड के विस्तार की एक महत्वपूर्ण कड़ी है। सचिव, ग्रामीण विकास, श्रीमती राधिका झा ने बताया कि इस ब्रांड ने कम समय में ही अपनी गुणवत्ता के बल पर एक विशेष पहचान बनाई है। यह ब्रांड न केवल अपनी आधिकारिक वेबसाइट (houseofhimalayas.com) पर, बल्कि अमेज़न और ब्लिंकिट जैसे प्रमुख ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर भी उपलब्ध है।

स्थानीय उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने एक व्यापक रणनीति अपनाई है। चारधाम यात्रा को ध्यान में रखते हुए, राज्य के 13 से अधिक प्रमुख तीर्थ और पर्यटक स्थलों, जैसे- केदारनाथ, बद्रीनाथ, नैनी सैनी एयरपोर्ट, पंतनगर एयरपोर्ट और मसूरी में आकर्षक रिटेल कार्ट्स और फ्लोर स्टैंडिंग यूनिट्स स्थापित की गई हैं। ये यूनिट्स पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय हो रही हैं।

इसके अलावा, उच्च श्रेणी के पर्यटकों तक स्थानीय उत्पादों की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए ताज, हयात, मैरियट और जेपी ग्रुप जैसे प्रतिष्ठित होटल श्रृंखलाओं के साथ रणनीतिक साझेदारी की गई है। इन होटलों में ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ के रिटेल कार्ट्स स्थापित किए जा रहे हैं, जो पर्यटकों को उत्तराखण्ड के विशिष्ट उत्पादों को खरीदने का एक सुगम अवसर प्रदान करते हैं।

‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ ब्रांड की अवधारणा को सर्वप्रथम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के दौरान प्रस्तुत किया था। इस ब्रांड के तहत, उत्तराखण्ड के खास उत्पाद जैसे बुरांश का शरबत, जंगली शहद, पहाड़ी दालें, पारंपरिक मसाले और हस्तनिर्मित वस्त्र अब एक सुव्यवस्थित ब्रांडिंग के साथ देश-विदेश के बाजारों तक पहुंच रहे हैं, जो ‘आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड’ की संकल्पना को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

इस अवसर पर सचिव, ग्रामीण विकास, राधिका झा और उत्तराखण्ड के स्थानिक आयुक्त अजय मिश्रा सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

 

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