नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में लगातार दूसरे दिन झमाझम बारिश के बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने एक बड़ी घोषणा की है। दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्य तिथि से 9 दिन पहले ही पूरे देश में पहुंच गया है, जो 2020 के बाद पहली बार है जब मानसून इतनी जल्दी पूरे देश में सक्रिय हुआ है। इस जोरदार आगमन के साथ ही आईएमडी ने हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में अगले सात दिनों तक मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी करते हुए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किए हैं।
झारखंड और उत्तराखंड में स्थिति गंभीर, रेड अलर्ट जारी
मानसून का सबसे विकराल रूप झारखंड और उत्तराखंड में देखने को मिल रहा है। झारखंड में भारी बारिश के चलते रेड अलर्ट जारी किया गया है। पूर्वी सिंहभूम जिले में स्थिति तब गंभीर हो गई जब एक निजी आवासीय स्कूल में पानी भरने से 162 छात्र फंस गए, जिन्हें छत पर रात गुजारनी पड़ी। बाद में बचाव दलों ने सभी छात्रों को सुरक्षित बाहर निकाला।
वहीं, पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में भी मानसून का रौद्र रूप दिख रहा है। मौसम विभाग ने देहरादून, नैनीताल और हरिद्वार समेत नौ जिलों के लिए भारी से बहुत भारी बारिश का ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। अन्य जिलों के लिए भी ऑरेंज अलर्ट है, जिससे भूस्खलन और बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में भी झमाझम बारिश

दिल्ली-एनसीआर, पंजाब और हरियाणा में भी मानसून पूरी तरह मेहरबान है। रविवार सुबह तक चंडीगढ़ में रिकॉर्ड 119.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। दिल्ली के लिए सोमवार को भी येलो अलर्ट जारी है, जहां हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। उत्तर प्रदेश में भी मानसून ने जोरदार वापसी की है, जहां मौसम विभाग ने लगभग 35 जिलों में भारी बारिश और 65 जिलों में आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी दी है। इसी तरह, मध्य प्रदेश के कई जिलों में अगले तीन दिनों तक भारी से अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
ओडिशा में बाढ़ का खतरा, असम में राहत
बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण ओडिशा के उत्तरी जिलों, विशेषकर बालासोर और मयूरभंज में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। सरकार ने प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा है और कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है।
दूसरी ओर, पूर्वोत्तर में भारी बारिश से आई आपदा के बाद कुछ राहत की खबर है। असम को त्रिपुरा, मणिपुर और मिजोरम से जोड़ने वाले लाम्डिंग-बदरपुर रेल खंड पर छह दिनों के बाद आंशिक रूप से सेवा बहाल कर दी गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, यह मानसून कृषि के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और इस साल देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक वर्षा होने की उम्मीद है। हालांकि, अगले कुछ दिन कई राज्यों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं, जिसके चलते प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें पूरी तरह से सतर्क हैं।
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