Delhi: उत्तर भारत में मौसम का दोहरा कहर, भीषण गर्मी और आसमानी आफत से 40 से ज़्यादा मौतें

नई दिल्ली। उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत इस समय मौसम की दोहरी मार झेल रहा है। एक तरफ जहां भीषण गर्मी और लू ने लोगों का जीवन दूभर कर दिया है, वहीं दूसरी ओर कुछ इलाकों में बेमौसम बारिश और वज्रपात आफत बनकर बरस रहा है। इन दोनों ही मौसमी घटनाओं के चलते उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड में 40 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सामान्य जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है।

शुक्रवार को देशभर में गर्मी का प्रकोप अपने चरम पर रहा। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, देश के 22 स्थानों पर अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक दर्ज किया गया। राजस्थान का गंगानगर इस मौसम में देश का सबसे गर्म स्थान रहा, जहाँ पारा 49.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया, जो सामान्य से आठ डिग्री अधिक है। इस जानलेवा गर्मी और उमस के कारण बड़ी संख्या में लोग बीमार पड़ रहे हैं और अस्पतालों में भीड़ बढ़ गई है।

गर्मी का सबसे ज़्यादा कहर उत्तर प्रदेश में देखने को मिला, जहाँ अलग-अलग जिलों में गर्मी और लू के कारण 17 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। कानपुर और उसके आसपास के जिलों की स्थिति विशेष रूप से चिंताजनक है, जहाँ 17 लोगों ने दम तोड़ दिया। कानपुर में छह लोगों के शव सड़क किनारे मिले, जबकि चार शव कानपुर सेंट्रल स्टेशन परिसर में पाए गए। राज्य के 11 जिलों में हीट वेव को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। आगरा में तापमान 45 डिग्री, झांसी में 44.9 डिग्री और राजधानी लखनऊ में 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

पंजाब में भी लू ने दो लोगों की जान ले ली। हालांकि, शाम होते-होते मौसम ने करवट ली और कई जिलों में तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश हुई, जिससे लोगों को कुछ राहत मिली। वहीं, हरियाणा का सिरसा 47.6 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ उबलता रहा। मध्य प्रदेश में भी खजुराहो में 45.0 डिग्री और ग्वालियर में 44.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। देश की राजधानी दिल्ली में भले ही तापमान 42 डिग्री के आसपास रहा, लेकिन नमी के कारण महसूस होने वाला तापमान (फील लाइक टेम्परेचर) 50.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

एक ओर जहां मैदानी इलाके गर्मी से तप रहे हैं, वहीं पहाड़ी राज्यों में बारिश और वज्रपात ने तबाही मचाई है। उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के लक्सर में आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला और एक युवक की मौत हो गई। भारी बारिश के कारण कोटद्वार में रेलवे ट्रैक बाधित हो गया और पिथौरागढ़ में तवाघाट-लिपुलेख मार्ग पर मलबा आने से आदि कैलाश जा रहे लगभग दो सौ यात्री घंटों तक फंसे रहे। हिमाचल प्रदेश की ऊंची चोटियों, जैसे रोहतांग और कुंजुम दर्रा में हिमपात भी हुआ है।

उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी मौसम बदला। रामपुर में बिजली गिरने से एक महिला की और अंबेडकरनगर में एक बच्ची समेत दो लोगों की मौत हो गई। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि गर्मी का यह दौर कम से कम दो और दिनों तक जारी रह सकता है, जिसके चलते लोगों को अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

 

Pls reaD:Delhi: जवानों के लिए जर्जर ट्रेन, चार रेल अधिकारी निलंबित

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *