शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ओक ओवर, शिमला से एक साइकिल रैली को हरी झंडी दिखाई। इस रैली का उद्देश्य प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करना था। यह कार्यक्रम पर्यावरण, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और जलवायु परिवर्तन विभाग तथा हिमाचल प्रदेश विज्ञान, प्रौद्योगिकी और पर्यावरण परिषद (HIMCOSTE) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था। उन्होंने ‘प्लास्टिक न्यूट्रल हिमाचल-2030’ जागरूकता अभियान और ‘स्वच्छ शिमला अभियान’ का भी शुभारंभ किया।
इस पहल में छात्रों, स्वयंसेवकों, होमगार्ड जवानों और समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों ने भाग लिया। इस अवसर पर, मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश को प्लास्टिक-मुक्त बनाने के लिए उपस्थित लोगों को शपथ भी दिलाई।
विश्व पर्यावरण दिवस पर अपनी शुभकामनाएं देते हुए, मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि हिमाचल को प्लास्टिक मुक्त बनाने में सभी को योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक से पर्यावरण की रक्षा करना एक साझा जिम्मेदारी है।
उन्होंने आगे कहा कि अगले पांच वर्षों में न केवल हिमाचल को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए बल्कि इस मुद्दे पर जागरूकता बढ़ाने के लिए भी गंभीर और निरंतर प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रकृति की रक्षा करना हमारी संस्कृति और पहचान का अभिन्न अंग है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल की प्राकृतिक सुंदरता राज्य को उसकी अनूठी पहचान देती है और इसे संरक्षित करने के लिए हमें सकारात्मक और सक्रिय दृष्टिकोण के साथ काम करना जारी रखना चाहिए।
इस अवसर पर विधायक हरीश जनार्था, महापौर सुरेंद्र चौहान, उपायुक्त अनुपम कश्यप, पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह, निदेशक पर्यावरण, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और जलवायु परिवर्तन डीसी राणा, नगर आयुक्त भूपेंद्र अत्रि, अतिरिक्त निदेशक प्रवीण गुप्ता, मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सुरेश अत्रि और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।