हरियाणा पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसियों ने नूंह जिले में पाकिस्तानी जासूसी नेटवर्क के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। तावडू उपमंडल के कांगरका गांव से तारीफ पुत्र हनीफ को गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी दो दिन पहले राजाका गांव से जासूसी के आरोप में अरमान की गिरफ्तारी के बाद हुई है, जिससे इस क्षेत्र में पाकिस्तानी जासूसी नेटवर्क की गहरी पैठ होने का संकेत मिलता है।
तारीफ पर आरोप है कि वह व्हाट्सएप के माध्यम से भारतीय सैन्य गतिविधियों से संबंधित गोपनीय जानकारी दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात दो कर्मचारियों, आसिफ बलोच और जाफर, को भेज रहा था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, तारीफ लंबे समय से भारतीय सेना और रक्षा तैयारियों से जुड़ी संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान भेज रहा था और लोगों को पाकिस्तान जाने के लिए वीजा दिलाने में मदद करता था।
गुप्त सूचना के आधार पर, चंडीगढ़ विशेष पुलिस बल, केंद्रीय जांच एजेंसी, तावडू सीआईए और सदर थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने रविवार देर शाम बावला राधा स्वामी सत्संग के पास से तारीफ को हिरासत में लिया। पुलिस को देखकर तारीफ ने अपने मोबाइल से कुछ चैट डिलीट करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसके मोबाइल को जब्त कर लिया। जाँच में पाकिस्तानी नंबरों से चैट, फोटो, वीडियो और सैन्य गतिविधियों की तस्वीरें मिलीं, जो उसने पाकिस्तान भेजी थीं। वह दो अलग-अलग सिम कार्ड का उपयोग करके पाकिस्तानी नंबरों के संपर्क में रहता था।

पूछताछ में पता चला कि तारीफ, पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारी आसिफ बलोच को भारत की सैन्य गतिविधियों और खुफिया जानकारी भेजता था, जिसके बदले में उसे पैसे मिलते थे। आसिफ बलोच के तबादले के बाद, तारीफ ने उसी तरह जाफर को भी जानकारी देना शुरू कर दिया।
तारीफ के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट, 1923 और देशद्रोह की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। आसिफ बलोच और जाफर को भी इस मामले में आरोपी बनाया गया है। यह गिरफ्तारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ी सफलता है और इस क्षेत्र में सक्रिय पाकिस्तानी जासूसी नेटवर्क की गंभीरता को उजागर करती है। पुलिस आगे की जांच कर रही है ताकि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों का पता लगाया जा सके।