जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में स्थित नौ आतंकी शिविरों पर किए गए हमले, जिसे “ऑपरेशन सिंदूर” नाम दिया गया है, पर विभिन्न देशों की प्रतिक्रियाएँ सामने आई हैं. इस हमले में जैश और हिजबुल के कई आतंकियों के मारे जाने की खबर है. पाकिस्तान के अनुसार, इस मिसाइल हमले में कम से कम आठ लोग मारे गए. रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि आतंकवादी शिविरों पर किए गए सटीक हमले भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं.
अमेरिका ने जल्द समाधान की उम्मीद जताई
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर उम्मीद जताई कि यह “बहुत जल्दी” खत्म हो जाएगा. व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें इस घटना की जानकारी है और उन्हें उम्मीद है कि यह तनाव जल्द ही समाप्त हो जाएगा.
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि अमेरिका भारत और पाकिस्तान के बीच की स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहा है. उन्होंने कहा कि वाशिंगटन परमाणु-सशस्त्र एशियाई पड़ोसियों के बीच शांतिपूर्ण समाधान के लिए बातचीत जारी रखेगा. भारतीय दूतावास ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने रुबियो से बात की और उन्हें भारत की सैन्य कार्रवाई के बारे में जानकारी दी.

चीन ने संयम बरतने की अपील की
चीन ने पाकिस्तान पर भारतीय हमलों पर चिंता व्यक्त करते हुए दोनों देशों से संयम बरतने का आग्रह किया है. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि वे भारत और पाकिस्तान दोनों से शांति और स्थिरता को प्राथमिकता देने, शांत और संयमित रहने और ऐसी कार्रवाई करने से बचने की अपील करते हैं जो स्थिति को और बिगाड़ सकती है.
इज़राइल ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया
इज़राइल ने पाकिस्तान पर मिसाइल हमलों के बाद ‘भारत के आत्मरक्षा के अधिकार’ का समर्थन किया है. भारत में इज़राइल के राजदूत रूवेन अजार ने कहा कि इज़राइल भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है. उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को पता होना चाहिए कि निर्दोषों के खिलाफ उनके जघन्य अपराधों से बचने के लिए उनके पास कोई जगह नहीं है.
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