कानपुर: पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश की आयुध निर्माणियां अलर्ट पर हैं। कानपुर स्थित लघु शस्त्र निर्माणी में हथियारों का उत्पादन बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। एडवांस वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड (एडब्ल्यूईआइएल) कानपुर मुख्यालय के अधीन आने वाली आयुध निर्माणियों में अधिकारियों-कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द करने की तैयारी है, हालांकि अधिकारी इस पर कोई टिप्पणी करने को तैयार नहीं हैं।
केंद्रीय सुरक्षा संस्थान के अधीन म्यूनिशन्स इंडिया लिमिटेड (एमआईएल) की आयुध निर्माणी में छुट्टियां रद्द करने का आदेश पहले ही जारी किया जा चुका है। एडब्ल्यूईआइएल कानपुर मुख्यालय के अधीन कानपुर में आयुध निर्माणी, लघु शस्त्र निर्माणी, फील्ड गन फैक्ट्री के अलावा बंगाल के काशीपुर में गन एंड शेल फैक्ट्री, ईशापुर में राइफल फैक्ट्री और तमिलनाडु के त्रिची में आयुध निर्माणी हैं।
कानपुर के आर्मापुर स्थित आयुध फैक्ट्री में विभिन्न टैंकों और मोर्टार के लिए 105, 115, 120, 122 और 155 मिमी आकार के गोलों के खोखे (शेल) बनाए जाते हैं। इनमें बारूद भरने का काम एमआईएल की आयुध निर्माणी में होता है। यहां बना 105 मिमी का गोला 17 किमी, 115 मिमी का गोला 32 किमी और 122 मिमी का गोला 25 किमी तक मार कर सकता है।
आयुध निर्माणियों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और जल्द ही छुट्टियां रद्द करने के आदेश जारी होने की संभावना है।
भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ के कार्यकारी अध्यक्ष मुकेश सिंह के अनुसार, आयुध निर्माणियों में उत्पादन बढ़ाने के आदेश जारी किए गए हैं। सरकारी कर्मचारी राष्ट्रीय परिसंघ के महासचिव साधू सिंह ने बताया कि पहलगाम हमले के बाद से अलर्ट जारी है, निर्माणियों के गेट पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और छुट्टियां रद्द करने पर विचार किया जा रहा है।
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