पुलवामा: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद पूरा देश स्तब्ध है। इस हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई, जबकि 17 घायल हैं. सुरक्षा एजेंसियां हमलावरों की तलाश में जुटी हुई हैं और हेलीकॉप्टर, ड्रोन आदि की मदद से तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
जानकारी मिली है कि इस हमले में दो पाकिस्तानी और दो स्थानीय आतंकी शामिल थे। सुरक्षा एजेंसियों ने तीन संदिग्धों के स्केच भी जारी किए हैं।
चार आतंकियों की हुई पहचान:
बैसरन घाटी में हुए इस हमले में शामिल दो स्थानीय आतंकियों की पहचान आदिल अहमद ठाकुर और आशिफ शेख के रूप में हुई है. आदिल ठाकुर लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है और वह गुरी, बिजबेहड़ा का रहने वाला है. आशिफ शेख का जैश-ए-मोहम्मद से संबंध बताया जा रहा है और वह मोंघामा, मीर मोहल्ला (त्राल) का रहने वाला है। दो पाकिस्तानी आतंकियों की भी पहचान हो गई है.
बताया जा रहा है कि हमलावरों ने बॉडी कैमरा पहन रखा था और पूरी घटना को रिकॉर्ड किया था।
श्रीनगर में मृतकों को श्रद्धांजलि:
मृतकों के शव श्रीनगर लाए गए, जहाँ पुलिस नियंत्रण कक्ष में अधिकारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. श्रीनगर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मृतकों के ताबूतों पर पुष्पांजलि अर्पित की।
आतंकियों ने धर्म पूछकर मारी गोली:
आतंकियों ने सेना की वर्दी पहनकर पहलगाम की बायसरन घाटी में पर्यटकों पर हमला किया। उन्होंने पर्यटकों से उनका धर्म पूछा, पहचान पत्र देखे और फिर हिंदू होने की बात कहकर उन्हें गोली मार दी. मृतकों में ज्यादातर पर्यटक हैं, जिनमें दो विदेशी और दो स्थानीय नागरिक भी शामिल हैं।
टीआरएफ ने ली जिम्मेदारी:
इस कायराना हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े गुट द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है। फरवरी 2019 में पुलवामा हमले के बाद यह जम्मू-कश्मीर में सबसे बड़ा आतंकी हमला है।
पीएम मोदी ने सऊदी अरब यात्रा बीच में छोड़ी:
हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सऊदी अरब यात्रा बीच में छोड़कर लौट आए हैं। उन्होंने इस घटना की कड़ी निंदा की है। पीएम मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ बैठक कर स्थिति पर चर्चा की। गृह मंत्री अमित शाह ने भी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और फिर श्रीनगर रवाना हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान:
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आतंकी दोपहर करीब तीन बजे घास के मैदान में घुस आए और पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी।
सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन:
सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने इलाके में नाकेबंदी कर आतंकियों की तलाश शुरू कर दी है।
मृतक कर्नाटक के कारोबारी की पत्नी का बयान:
मृतकों में कर्नाटक के शिवमोगा के कारोबारी मंजुनाथ राव भी शामिल हैं. उनकी पत्नी ने बताया कि आतंकियों ने उनके पति को सिर में गोली मारी. उन्होंने बताया कि जब उन्होंने आतंकियों से कहा कि उन्होंने उनके पति को मार डाला है, तो आतंकियों ने कहा, “तुम्हें नहीं मारेंगे, जाओ मोदी को बता दो।”
एनआईए करेगी जांच:
इस हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) करेगी। माना जा रहा है कि इस हमले में स्थानीय लोगों का भी हाथ हो सकता है। यह आम नागरिकों पर अब तक का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है.
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