लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सरकारी एम्बुलेंस बेड़े में मंगलवार को 2554 नई एम्बुलेंस शामिल की गईं और 2429 पुरानी एम्बुलेंस को सेवा से हटा दिया गया। इस बदलाव के साथ एडवांस लाइफ सपोर्ट (ALS) एम्बुलेंस की संख्या में 125 की वृद्धि हुई है। अब हर जिले में कम से कम एक अतिरिक्त ALS एम्बुलेंस होगी। इसके अलावा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा चिन्हित ब्लैक स्पॉट (दुर्घटना बाहुल्य) जिलों को भी एक-एक अतिरिक्त ALS एम्बुलेंस दी गई है।
एम्बुलेंस की कुल संख्या:
इस बढ़ोतरी के बाद, प्रदेश में अब कुल 4845 एम्बुलेंस हो गई हैं, जिनमें 102, 108 और ALS श्रेणी की एम्बुलेंस शामिल हैं। ALS एम्बुलेंस की संख्या 250 से बढ़कर 375 हो गई है।
उपमुख्यमंत्री ने किया शुभारंभ:
नई एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाने के साथ ही उपमुख्यमंत्री ने संचारी रोग नियंत्रण अभियान की भी शुरुआत की। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों ने स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन अब आम जनता को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही हैं। उन्होंने दावा किया कि इतनी बड़ी संख्या में एम्बुलेंस को एक साथ जनता को समर्पित करना विश्व में पहली बार हुआ है और उत्तर प्रदेश में एम्बुलेंस का रिस्पांस टाइम सबसे कम है।

संचारी रोग नियंत्रण अभियान:
1 से 30 अप्रैल तक चलने वाले इस अभियान में डेंगू, मलेरिया, जापानी इंसेफेलाइटिस और दिमागी बुखार जैसे रोगों पर नियंत्रण के लिए 13 विभाग मिलकर काम करेंगे। 10 से 30 अप्रैल तक दस्तक अभियान भी चलाया जाएगा। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि 2017 की तुलना में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (AES) से होने वाली मौतों में 98% और जापानी इंसेफेलाइटिस (JE) से होने वाली मौतों में 97% की कमी आई है।
इंदिरा नगर सीएचसी पर 24 घंटे इमरजेंसी सेवा:
उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इंदिरा नगर स्थित राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान के सीएचसी पर 24 घंटे इमरजेंसी सेवा शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
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