नई दिल्ली: अमेरिका द्वारा बुधवार से दुनिया भर में जवाबी टैरिफ लागू किए जाने की घोषणा के बाद भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई। मंगलवार को सेंसेक्स लगभग 1400 अंक और निफ्टी 353 अंक लुढ़क गया। इस प्रभाव से निपटने के लिए भारत सरकार ने अपनी रणनीति तैयार कर ली है।
व्हाइट हाउस का बयान:
व्हाइट हाउस ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के बहुप्रतीक्षित टैरिफ पूर्व घोषणा के अनुसार 2 अप्रैल की देर रात या 3 अप्रैल की सुबह लागू कर दिए जाएंगे। भारत के व्यापार पर पड़ने वाले प्रभाव को देखते हुए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय अपनी रणनीति की घोषणा करेगा। राष्ट्रपति ट्रंप ने पहले ही घोषणा की थी कि अमेरिका अन्य देशों द्वारा लगाए गए टैरिफ के बराबर ही टैरिफ लगाएगा।
ट्रंप का दावा, भारत कम करेगा टैरिफ:
ट्रंप ने दावा किया था कि भारत अपने टैरिफ में काफी कमी करने जा रहा है और कई अन्य देश भी ऐसा ही करने वाले हैं। उन्होंने यूरोपीय संघ द्वारा कारों पर टैरिफ कम करने का उदाहरण भी दिया।
भारत की तीन स्तरीय रणनीति:
भारत जवाबी टैरिफ के तीन संभावित प्रभावों को ध्यान में रखते हुए अपनी रणनीति बना रहा है और 3 अप्रैल को स्थिति के अनुसार घोषणा करेगा।
टैरिफ का भारत पर प्रभाव:
सूत्रों के अनुसार, अगर टैरिफ सेक्टर-विशिष्ट होगा तो भारत को शायद कोई नुकसान नहीं होगा क्योंकि भारत और अमेरिका द्वारा निर्यात की जाने वाली वस्तुएँ अलग-अलग हैं। लेकिन अगर टैरिफ कुल व्यापार के आधार पर लगाया जाता है तो भारत को अलग नीति अपनानी पड़ सकती है क्योंकि भारत अमेरिका के मुकाबले लगभग 36 अरब डॉलर का अधिक निर्यात करता है।
द्विपक्षीय व्यापार वार्ता:
भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर बातचीत शुरू हो गई है और इसके पहले चरण के इस साल पूरा होने की उम्मीद है। इससे भारत को अपने टैरिफ को समायोजित करने का समय मिल जाएगा।
अमेरिका की मांगें:
अमेरिका चाहता है कि भारत अपने बाजार में माल पर लगने वाले शुल्क में कटौती करे, डेटा स्थानीयकरण नीति में ढील दे, और बौद्धिक संपदा नियमों में बदलाव करे। अमेरिका भारत में डेयरी उत्पादों का निर्यात भी बढ़ाना चाहता है।
भारत-अमेरिका व्यापार संबंध:
अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है और भारत के कुल वस्तु निर्यात में 20% से अधिक हिस्सेदारी अमेरिका की है। दोनों देशों के बीच व्यापार पिछले कुछ वर्षों में दोगुना हो गया है और अमेरिका ने 2030 तक इसे 500 अरब डॉलर तक पहुँचाने का लक्ष्य रखा है।
भारत की टैरिफ नीति:
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत की टैरिफ नीति का उद्देश्य व्यापार को विनियमित करना, घरेलू उद्योगों की रक्षा करना और राजस्व पैदा करना है। भारत मुक्त व्यापार समझौतों की ओर बढ़ रहा है।
Pls reaD:US: ट्रंप ने भारत सहित कई देशों के लगाए जाने वाले टैरिफ की आलोचना की