नई दिल्ली। लोकसभा ने मंगलवार को इमिग्रेशन एंड फॉरेनर्स बिल 2025 पास कर दिया है। यह विधेयक अवैध घुसपैठ और अप्रवास को रोकने के उद्देश्य से लाया गया है।
गृह मंत्री अमित शाह के मुख्य बिंदु:
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विकास में योगदान देने वालों का स्वागत: भारत के विकास में योगदान देने वाले प्रवासियों का स्वागत है. शिक्षा, व्यापार और अनुसंधान के लिए आने वाले विदेशियों का भी स्वागत किया जाएगा.
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राष्ट्रीय सुरक्षा: देश की सीमा में कौन प्रवेश कर रहा है, यह जानना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ज़रूरी है। सुरक्षा के लिए ख़तरा पैदा करने वालों पर कड़ी नज़र रखी जाएगी.
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भारत का बढ़ता आर्थिक कद: भारत दुनिया की पाँचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और मैन्युफैक्चरिंग का हब बनने जा रहा है, इसलिए यहां दुनिया भर से लोगों का आना स्वाभाविक है.
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सुरक्षा बनाए रखना: भारत में प्रवेश करने वालों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ, देश को असुरक्षित करने वालों की संख्या भी बढ़ रही है. जो लोग भारत की व्यवस्था में योगदान देने, व्यापार या शिक्षा के लिए आते हैं, उनका स्वागत है, लेकिन गड़बड़ी फैलाने वालों के साथ सख़्ती बरती जाएगी.
चार पुराने क़ानून होंगे खत्म
यह विधेयक पासपोर्ट, वीज़ा, पंजीकरण और विदेशियों के नियमन से संबंधित है. इसके क़ानून बनने के बाद, चार पुराने क़ानून खत्म हो जाएंगे:
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फॉरेनर्स एक्ट 1946
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पासपोर्ट एक्ट 1920
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रजिस्ट्रेशन ऑफ फॉरेनर्स एक्ट 1939
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इमिग्रेशन एक्ट 2000
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