नई दिल्ली: उत्तराखंड सरकार ने पर्वतीय होली के अवसर पर 15 मार्च, शनिवार को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर यह अवकाश राज्य के सभी सरकारी और गैर-सरकारी कार्यालयों, शिक्षण संस्थानों और विद्यालयों में लागू होगा।
बैंक और कोषागार रहेंगे खुले:
हालांकि, बैंकों, कोषागारों और उप-कोषागारों में यह अवकाश लागू नहीं होगा ताकि वित्तीय कार्य प्रभावित न हों।
पर्वतीय संस्कृति को सम्मान:
यह निर्णय प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और पारंपरिक पर्वतीय होली के महत्व को दर्शाता है। इससे लोगों को अपने पारंपरिक त्योहार को पूरे उत्साह के साथ मनाने का अवसर मिलेगा। सरकार का मानना है कि इससे पर्वतीय होली की सांस्कृतिक पहचान मजबूत होगी और उत्तराखंड की लोक परंपराओं को बढ़ावा मिलेगा।
पर्वतीय होली की विशेषता:
उत्तराखंड के कुमाऊं और गढ़वाल क्षेत्रों में मनाई जाने वाली पर्वतीय होली रंगों और संगीत का अनूठा संगम है। यह होली अन्य क्षेत्रों से अलग है क्योंकि इसमें शास्त्रीय रागों में होली गीत गाए जाते हैं। यह पर्व केवल रंगों का त्योहार नहीं बल्कि संस्कृति, संगीत, भक्ति और सामूहिक उल्लास का प्रतीक है। यह समाज में प्रेम, सौहार्द और भाईचारे का संदेश देता है। सरकार का यह कदम इस अनूठी परंपरा को सम्मान देने और इसे संरक्षित करने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास है।