
उत्तरकाशी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले का दौरा किया। शीतकालीन पर्यटन को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से इस दौरे में उन्होंने हर्षिल और मुखवा का दौरा किया। देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचने के बाद वे हर्षिल गए और गंगोत्री धाम के शीतकालीन गद्दी स्थल मुखवा में पूजा-अर्चना की।
गढ़वाली में किया संबोधन, माणा गांव हादसे पर जताया दुख:
प्रधानमंत्री ने हर्षिल में एक जनसभा को गढ़वाली भाषा में संबोधित किया। उन्होंने हाल ही में माणा गांव में हुए हादसे पर दुख व्यक्त किया और कहा कि स्थानीय लोगों से मिलकर वे धन्य हो गए हैं।
प्रमुख घोषणाएं और बातें:
-
उत्तराखंड का दशक: प्रधानमंत्री ने दोहराया कि यह उत्तराखंड का दशक है और बाबा केदारनाथ का आशीर्वाद राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
-
शीतकालीन पर्यटन: उन्होंने कहा कि सर्दियों में उत्तराखंड की असली सुंदरता देखने को मिलती है और पर्यटकों को इसका लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब कोई “ऑफ सीजन” नहीं होगा, बल्कि हर मौसम पर्यटन का मौसम होगा।
-
365 दिन पर्यटन: प्रधानमंत्री ने 365 दिन पर्यटन को बढ़ावा देने पर जोर दिया, जिससे लोगों को उत्तराखंड की दिव्यता का अनुभव होगा।
-
विकास परियोजनाएं: उन्होंने पिछले दस सालों में चारधाम रोड, रेलवे, हवाई सेवाओं और हेलीकॉप्टर सेवाओं के विकास का जिक्र किया। उन्होंने गौरीकुंड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुंड रोपवे परियोजनाओं की भी सराहना की, जिससे यात्रा आसान होगी।
-
फिल्म उद्योग: प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड फिल्म उद्योग के लिए एक पसंदीदा स्थल बन सकता है।
-
जादूंग और नेलांग का पुनर्वास: उन्होंने 1962 में विस्थापित हुए जादूंग और नेलांग गांवों के पुनर्वास की जानकारी दी और कहा कि इससे सीमांत गांवों के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने वाइब्रेंट विलेज योजना का भी उल्लेख किया, जिसके तहत होमस्टे बनाने वालों को मुद्रा लोन दिया जा रहा है।
-
योग शिविर: प्रधानमंत्री ने साधु-संतों से सर्दियों में उत्तराखंड में योग शिविर आयोजित करने का आग्रह किया।
-
अध्ययन का आग्रह: उन्होंने उत्तराखंड के पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों से अन्य देशों के शीतकालीन पर्यटन मॉडल का अध्ययन करने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री का यह दौरा उत्तराखंड के लिए, खासकर शीतकालीन पर्यटन के विकास के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
Pls read:Uttarakhand: शीतकालीन गद्दी स्थल पर पूजा अर्चना कर पीएम ने निहारा भव्य हिमालय