
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेटर करुण नायर ने विजय हजारे ट्रॉफी 2024-25 में शानदार प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा है। विदर्भ की ओर से खेलते हुए उन्होंने अब तक पांच शतक जड़ दिए हैं, जिससे उनकी टीम इंडिया में वापसी की उम्मीदें बढ़ गई हैं। लेकिन करुण की कहानी सिर्फ क्रिकेट की नहीं, बल्कि ज़िंदगी से दो बार जंग जीतने की भी है।
दो बार मौत को चकमा:
करुण नायर ने अपने जीवन में दो बार मौत को मात दी है। पहली बार जन्म के समय, जब वे समय से पहले पैदा हुए थे। दूसरी बार 2016 में, जब केरल में एक नाव दुर्घटना में उनकी जान बाल-बाल बची। उन्होंने बताया कि पामा नदी में एक धार्मिक समारोह के दौरान उनकी नाव डूब गई थी, लेकिन कुछ लोगों ने उन्हें बचा लिया।
ट्रिपल सेंचुरी फिर भी अनदेखी:

2016 में ही करुण ने इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में 303 रनों की नाबाद पारी खेली थी। वीरेंद्र सहवाग के बाद टेस्ट में तिहरा शतक लगाने वाले वे दूसरे भारतीय बल्लेबाज़ बने। इसके बावजूद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया और आखिरी बार 2016 में ही मोहाली टेस्ट में खेले।
विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार वापसी:
विजय हजारे ट्रॉफी में करुण का बल्ला जमकर गरजा है और उन्होंने पांच शतक जमाए हैं। इस प्रदर्शन के बाद चयनकर्ताओं का ध्यान उनकी ओर गया है। देखना होगा कि क्या करुण नायर को एक बार फिर टीम इंडिया में जगह मिल पाती है। उन्होंने अब तक 6 टेस्ट और 2 वनडे मैच खेले हैं।
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