नई दिल्ली: हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर एक अप्रवासी महिला से 10 हजार रुपये की ‘लूट’ मचाने वाले तीनों कुलियों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं। 28 दिसंबर को हुई इस घटना में महिला के पिता को व्हीलचेयर से प्लेटफार्म तक पहुँचाने और सामान ढोने के एवज में कुलियों ने यह रकम वसूली थी। मामला संज्ञान में आने पर दिल्ली मंडल ने बुधवार को यह कार्रवाई की। कुलियों ने अपने स्पष्टीकरण में अतिरिक्त पैसे तुरंत वापस न करने की गलती स्वीकारी है।
महिला यात्री को 90% राशि वापस:
दिल्ली मंडल रेल प्रबंधक ने कहा कि रेलवे के लिए यात्री हित सर्वोपरि है और ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। तीनों कुलियों से स्पष्टीकरण मांगा गया था, जिसके बाद उन्होंने अपनी गलती मानी। महिला यात्री को 90 प्रतिशत राशि वापस करा दी गई है।
दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन:
मंडल रेल प्रबंधक ने घटना पर खेद जताते हुए कहा कि रेलवे यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इस तरह की घटनाएं रेलवे की छवि खराब करती हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और यात्रियों से किसी भी समस्या के लिए रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर संपर्क करने की अपील की।
क्या था पूरा मामला?
लंदन निवासी पायल 21 दिसंबर को अपने पति, माता-पिता के साथ भारत भ्रमण पर दिल्ली आई थीं। 28 दिसंबर को उन्हें हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से खजुराहो वंदेभारत एक्सप्रेस से आगरा जाना था। उनके साथ छह ट्रॉली बैग थे और उनके पिता के लिए व्हीलचेयर की आवश्यकता थी। तीन कुलियों ने सामान और उनके पिता को प्लेटफार्म तक पहुँचाने के लिए 10 हजार रुपये ले लिए। आगरा पहुँचने के बाद एक टैक्सी चालक अनिल शर्मा से बातचीत में उन्हें इस धोखाधड़ी का पता चला।
अनिल शर्मा ने जीआरपी कैंट थाने में शिकायत दर्ज करवाई, जिसके बाद निजामुद्दीन जीआरपी से संपर्क कर नौ हजार रुपये पायल को वापस कराए गए। पायल ने इसके बाद अपनी शिकायत वापस ले ली, लेकिन रेलवे ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए कुलियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है।
कुलियों ने कहा – ‘दस सौ मांगे थे, दस हजार दिए’:
कुलियों ने अपने स्पष्टीकरण में बताया कि उन्होंने 1000 रुपये मांगे थे, लेकिन दंपति ने अपनी खुशी से 10,000 रुपये दे दिए। उन्होंने माना कि निर्धारित शुल्क से अधिक पैसे मिलने पर भी तुरंत वापस न करना उनकी गलती थी।
स्टेशन डायरेक्टर ने दी जानकारी:
स्टेशन डायरेक्टर एसएन शर्मा ने बताया कि नवंबर में भी ओवर चार्जिंग के मामले में पांच कुलियों को 21 दिन के लिए निलंबित किया गया था। अब व्हीलचेयर की सुविधा लेते समय यात्रियों को तय रेट की जानकारी दी जाएगी। अगर कोई कुली ज्यादा पैसे मांगता है, तो यात्री सीधे प्लेटफार्म स्टेशन डायरेक्टर से शिकायत कर सकते हैं।
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