
शिमला: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए नेताओं ने बुधवार को नई दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। इस समूह में विधायक सुधीर शर्मा, आशीष शर्मा, इंद्रदत्त लखनपाल, पूर्व विधायक राजेंद्र राणा, चैतन्य शर्मा और देवेंद्र भुट्टो शामिल थे।
ये सभी नेता फरवरी में हुए राज्यसभा चुनाव के बाद भाजपा में शामिल हुए थे।
मुख्य मुद्दे:
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सुधीर शर्मा ने धर्मशाला के जदरांगल में केंद्रीय विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए केंद्र सरकार से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया।
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उन्होंने केंद्र से मिलने वाली राशि के प्रदेश वित्त विभाग द्वारा अन्य मदों में उपयोग किए जाने के मामले पर भी संज्ञान लेने का अनुरोध किया।
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नेताओं ने विपक्ष द्वारा वास्तविक मुद्दों को उठाने पर ज़ोर दिया, जैसे केंद्रीय विश्वविद्यालय का निर्माण और सत्ता पक्ष की जवाबदेही।
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उन्होंने यह भी कहा कि संगठन और सदन में पक्ष-विपक्ष एक ही तरह की बातें नहीं करें।
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संगठनात्मक चुनावों में ऐसे लोगों को प्राथमिकता दी जाए जो सरकार को घेर सकें।
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चैतन्य शर्मा ने संगठनात्मक चुनावों में महिलाओं को अधिक प्रतिनिधित्व देने का समर्थन किया, लेकिन साथ ही सभी वर्गों की समान भागीदारी पर भी ज़ोर दिया।
राजनीतिक हलचल:
इस मुलाकात के बाद हिमाचल प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ गई है। कुछ लोगों का मानना है कि यह मुलाकात इन नेताओं के भविष्य को लेकर की गई है, क्योंकि इन विधानसभा क्षेत्रों में पहले से ही भाजपा के प्रतिष्ठित नेता मौजूद हैं। इस मुलाकात को आगामी संगठनात्मक चुनावों से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
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