शिमला: जस्टिस जीएस संधवालिया ने हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के 30वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार ग्रहण कर लिया है। केंद्र सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय कॉलेजियम की सिफारिश पर उनकी नियुक्ति की अधिसूचना जारी की।
पिता भी रह चुके हैं मुख्य न्यायाधीश
1 नवंबर 1965 को जन्मे जस्टिस संधवालिया ने चंडीगढ़ के डीएवी स्कूल से शिक्षा प्राप्त की और पंजाब विश्वविद्यालय से LLB की डिग्री हासिल की। वे अगस्त 1989 में वकील बने। 30 सितंबर 2011 को उन्हें पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय का जज नियुक्त किया गया और 24 जनवरी 2014 को स्थायी जज बने। उनके पिता, जस्टिस सुरजीत सिंह संधवालिया, भी 1978 से 1983 तक पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय और 1983 से 1987 तक पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रहे।
जस्टिस शकधर के सेवानिवृत्त होने के बाद खाली था पद
हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश राजीव शकधर 18 अक्टूबर 2024 को सेवानिवृत्त हुए थे। तब से जस्टिस तरलोक सिंह चौहान कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य कर रहे थे।
पहले मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बनाने की थी सिफारिश
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने पहले जस्टिस संधवालिया को मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश बनाने की सिफारिश की थी, लेकिन बाद में अपनी सिफारिश बदलकर उन्हें हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश बनाने का प्रस्ताव दिया।
जस्टिस जी. नरेंद्र बने उत्तराखंड के मुख्य न्यायाधीश
केंद्र सरकार ने जस्टिस जी. नरेंद्र को उत्तराखंड उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया है। वे इससे पहले आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे।
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