शिमला: हिमाचल के सरकारी स्कूलों में प्लेसमेंट आधार पर नियुक्त प्रधानाचार्यों को नियमित प्रधानाचार्य का कार्यभार सौंपा जाएगा। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में इस पर विस्तृत चर्चा हुई थी। अब निदेशालय में इसको लेकर सूचियां तैयार करने का काम शुरू हो गया है। हालांकि, यह प्रक्रिया लंबी है, लेकिन चरणबद्ध तरीके से विभाग प्लेसमेंट को नियमित करेगा।
2500 प्रधानाचार्यों को मिलेगा लाभ: 31 दिसंबर, 2016 के बाद प्रवक्ता व मुख्य अध्यापक से प्रधानाचार्य तो बनाए गए, लेकिन पदोन्नति नियमित करने के बजाय प्लेसमेंट ही की गई। इससे हर माह इन्हें चार से पांच हजार रुपये का नुकसान हो रहा है। ये काम प्रधानाचार्य का कर रहे हैं, लेकिन इन्हें वेतन पिछले वाला यानी मुख्य अध्यापक व प्रवक्ता का ही मिल रहा है।
सेवानिवृत्ति पर पेंशन में भी नुकसान: हर माह वेतन के अलावा सेवानिवृत्ति पर पेंशन में भी यह नुकसान हो रहा है। करीब 2500 प्रधानाचार्यों को यह लाभ मिलना तय है। इनमें कुछ प्रधानाचार्य सेवानिवृत्त भी हो चुके हैं। पूर्व सरकार के समय भी यह प्रक्रिया शुरू हुई थी, लेकिन मामला न्यायालय में पहुंचने के बाद प्रक्रिया रोकनी पड़ी थी।
शिक्षा मंत्री को सौंपा गया था ज्ञापन: राजकीय अध्यापक संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने बताया कि शिक्षा मंत्री के साथ हुई बैठक में इस मामले पर विस्तृत चर्चा हुई है। मंत्री को ज्ञापन सौंपा था। उन्होंने आश्वासन दिया है कि जल्द ही इस पर काम शुरू कर दिया जाएगा। उम्मीद है कि जल्द ही सरकार इसको लेकर आदेश जारी करेगी।
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