शिमला: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा है कि सर्पदंश के मामलों का समय पर इलाज सुनिश्चित करने के लिए हर पीएचसी में एंटी वेनम इंजेक्शन रखे जाएंगे। इसके साथ ही, 108 एंबुलेंस में भी यह उपलब्ध रहेंगे।
मुआवजा व्यवस्था पर विचार:
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट नहीं होने की स्थिति में संबंधित पंचायत प्रधान और स्थानीय प्रशासन की ओर से वेरिफाई करने पर मुआवजा दिलाए जाने की व्यवस्था बनाने पर विचार किया जाएगा।
विधानसभा में चर्चा:
यह घोषणा बुधवार को विधानसभा सदन में शाहपुर के कांग्रेस विधायक केवल सिंह पठानिया द्वारा उठाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जवाब में की गई। पठानिया ने शाहपुर में चिकित्सकों की कमी का मामला भी उठाया था।
स्वास्थ्य मंत्री का बयान:
स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने कहा कि हर पीएचसी में एंटी वेनम उपलब्ध होना चाहिए। इसके अलावा, 200 डॉक्टरों की भर्ती का मामला लोक सेवा आयोग को भेजा जा चुका है।
हास्यपूर्ण वातावरण:
चर्चा के दौरान, शांडिल ने कहा कि 1965 के ऑपरेशन के दौरान कोबरा उनके पास सारी रात सोया था और उसने कोई नुकसान नहीं किया। इस पर विधायक पठानिया ने चुटकी ली कि बजट सत्र में खड़पे सांप का अटैक हुआ था, वह कोबरे का नहीं था। इससे सदन में हँसी का माहौल बन गया।
यह घटना हिमाचल सरकार की जनता के स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशीलता का प्रमाण है। सर्पदंश के इलाज के लिए एंटी वेनम की उपलब्धता से लोगों की जान बच सकती है।
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