शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र मंगलवार को शुरू हुआ, लेकिन सत्र के पहले ही दिन कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर विपक्षी दल भाजपा ने सदन में हंगामा किया और वाकआउट कर दिया।
सत्र के पहले दिन मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सूक्खू ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर से हाथ मिलाकर उनका अभिवादन किया। इसके बाद पूर्व विधायकों टेक चंद, नारायण सिंह स्वामी और दौलतराम चौधरी के निधन पर शोकोद्गार प्रस्ताव रखा गया।
हंगामा शुरू हुआ जब विपक्ष ने नियम 67 के तहत कानून-व्यवस्था विषय पर स्थगन प्रस्ताव दिया।
जयराम ठाकुर ने कहा कि हाल ही में ट्रक यूनियन के दो गुटों में हुई झड़प, कोर्ट परिसर में दूसरे प्रदेश से किराये के गुंडों द्वारा गोलीबारी, युवती पर हमला, बद्दी-बरोटीवाला में चिट्टा माफिया और स्क्रैप माफिया की सक्रियता, और अब वन माफिया का सक्रिय होना चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था बिगड़ गई है और सरकार इस मुद्दे को लेकर गंभीर नहीं है।
सत्ता पक्ष ने नियम 130 के तहत चर्चा करने का प्रस्ताव दिया जबकि विपक्ष ने नियम 67 के तहत चर्चा की मांग की।
इस मुद्दे पर दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक हुई। अंततः विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर दिया।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सूक्खू ने कहा कि विपक्ष द्वारा उठाया गया मुद्दा गंभीर है लेकिन नियम 67 के तहत चर्चा का प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मामले में कार्रवाई की है और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
10 दिन चलने वाले सत्र के दौरान सड़क-पुलों, आपदा, अपराध, नशा, स्कूलों के विलय जैसे कई विषयों पर बहस होने की उम्मीद है।