चंडीगढ़, 17 अगस्त: पंजाब सरकार ने महिलाओं में उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए 78वें स्वतंत्रता दिवस पर महिलाओं के नेतृत्व वाले प्रौद्योगिकी आधारित 10 स्टार्टअप को सम्मानित किया। ये स्टार्टअप राज्य के उद्योग जगत में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
इन स्टार्टअप को पंजाब स्टेट कौंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी के नेतृत्व वाली पंजाब स्टेट इनोवेशन कौंसिल की स्टार्टअप हैंडहोल्डिंग एंड इम्पावरमेंट पहलकदमी द्वारा समर्थन दिया जा रहा है।
यह पहलकदमी पंजाब के विज्ञान, प्रौद्योगिकी और वातावरण विभाग के मिशन इनोवेट पंजाब का हिस्सा है। इसका उद्देश्य महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप को तकनीकी सहायता प्रदान करना, रोजगार के अवसर पैदा करना और राज्य के आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है।
कुछ प्रमुख स्टार्टअप:
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ऐमकैली बायोटैक प्राईवेट लिमटिड (डा. विपाशा शर्मा): मोटे अनाजों को बढ़ावा देने के लिए कस्टमाइज्ड रेडी-टू-ईट उत्पाद और पेय पदार्थ तैयार करता है।
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मिलट सिस्टरज़ (डा. अमन और डा. दमन वालिया): मोटे अनाजों के पौष्टिक गुणों के बारे में जागरूकता फैलाते हुए, गर्भवती महिलाओं, दूध पिलाने वाली माताओं और कुपोषण के शिकार बच्चों के लिए खाद्य पदार्थ बनाते हैं।
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रीबाईओपी एग्रो टेक प्राईवेट लिमटिड (डा. ऋतु महाजन): नैनो-बायो-कीटनाशकों का विकास करने के लिए एक नवीनताकारी बायोडिग्रेडेबल और नॉन-टाक्सिक फॉर्मूला तैयार किया है।
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गौरीज़ स्किन केयर प्राईवेट लिमटिड (डा. गोरी जैमुरगन): एंटी-एजिंग और एंटी-कैंसर गुणों वाले बायोमास-आधारित प्राकृतिक सनस्क्रीन फॉर्मूला बनाते हैं।
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जे.वी.- स्कैन प्राईवेट लिमटिड (श्रीमती शकुंतला): मोबाइल द्वारा शुरुआती पड़ाव पर ही बीमारी का पता लगाने के लिए ए.आई. आधारित वॉइस विश्लेषण टूल तैयार करते हैं।
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टीममैड केयर (डा. पल्लवी बांसल): गर्भवती महिलाओं के लिए ए.आई. आधारित रियल-टाइम हेल्थ ट्रैकिंग प्रदान करते हैं।
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क्रिएटकिट्ट (श्रीमती पूजा कौशिक) और सखीयां (नैन्सी भोला): सामाजिक उद्यमिता मॉडल के अंतर्गत पंजाब के ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को टेक्सटाइल वेस्ट से टिकाऊ उत्पाद बनाने में शामिल करते हैं।
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इंडोना इनोवेटिव सल्यूशनज़ (श्रीमती हरदीप कौर): पानी की बर्बादी को घटाने के लिए वाटर फ्लो रीस्ट्रिक्टर तैयार करते हैं।
पी.एस.सी.एस.टी. के कार्यकारी डायरैक्टर इंजनियर प्रितपाल सिंह ने बताया कि:
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एस.एच.ई. (शी) पहलकदमी कालेजों, यूनिवर्सिटियोँ और खोज संस्थानों से संभावी महिला स्टार्टअप को उनके उद्यमों का समर्थन करने के लिए स्रोत, सलाहकार और फंड मुहैया करवाती है।
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पी.एस.सी.एस.टी. जल्द ही एच.एच.ई. ( शी) कोहरट 3. 0 के लिए न्योता जारी करेगा, जिससे छात्राओं को प्रोग्राम के लिए रजिस्टर करने की अपील की जाएगी।
ज्वाईंट डायरैक्टर- कम- प्रोग्राम लीडर डा. दपिन्दर कौर बख्शी ने बताया कि:
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पी.एस.सी.एस.टी. ने पिछले दो सालों में राज्य में बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान चलाए हैं, जिसमें 3500 से अधिक छात्राओं को जागरूक किया गया है।
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बहुत सी स्टार्टअपज़ ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है, 20 और स्टार्टअपज़ को प्रमुख इनक्यूबेटरों और समर्थकों, विशेषकर टीपिआई- आईसर मोहाली, अवध आई. आई. टी. रोपड़, जीजेसीईआई- जीएनडीयू, अमृतसर, पीएबीआई- पीएयू लुधियाना, स्टैंप- थापर इंस्टीट्यूट, पटियाला और चंडीगढ़ एंजल्स नैटवर्क के सहयोग के साथ प्रशिक्षण और सलाह दी जा रही है।
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