शिमला: हिमाचल प्रदेश में पिछले हफ़्ते हुई बादल फटने की घटनाओं के बाद 45 लोग अभी भी लापता हैं। इनमें रामपुर के समेज में 36, बागीपुल में पांच, मंडी के राजबन और कुल्लू जिले के श्रीखंड में दो-दो लोग शामिल हैं।
मां-बेटी के शव मिले: राजबन में बादल फटने के बाद से लापता लोगों की खोज के दौरान पांचवें दिन रविवार को मलबे में दबे एक-दूसरे से लिपटे मां-बेटी के शव मिले हैं। तीन माह की बेटी को बचाने के लिए मां ने उसे अंतिम समय तक सीने से लगाए रखा था।
सर्च ऑपरेशन जारी: सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस की ओर से लापता लोगों को खोजने के लिए सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है। रामपुर के समेज निरमंड की कुर्पण खड्ड में लापता लोगों की तलाश में चार पोकलेन मशीनें तैनात कर दी गई हैं। दोनों जगह सुबह सात बजे से सर्च अभियान में जवान जुटे गए हैं।
शिमला में दो शव बरामद: शिमला जिले के रामपुर के डकोलढ़ में सतलुज नदी के किनारे पुलिस ने दो शव बरामद किए हैं। क्षत-विक्षत हालत में मिले शवों की पहचान नहीं हो पाई है।
डीएनए सैंपल लिए गए: सतलुज में शव मिलने के बाद समेज में लापता लोगों की शिनाख्त के लिए उनके 20 रिश्तेदारों के डीएनए के सैंपल लिए गए हैं।
सरकार की मदद: सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया है। सरकार प्रभावित क्षेत्रों में एक-दो दिन के भीतर पुल पहुंचाएगी।
मुख्य बिंदु:
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45 लोग अभी भी लापता हैं
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मां-बेटी के शव मिले
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सर्च ऑपरेशन जारी
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शिमला में दो शव बरामद
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डीएनए सैंपल लिए गए
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सरकार मदद करेगी
यह घटना हिमाचल प्रदेश के लोगों के लिए एक बड़ी त्रासदी है। राज्य सरकार और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) लगातार पीड़ितों की मदद करने और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं।
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