नई दिल्ली: केरल के वायनाड में भूस्खलन से तबाही मची है और मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। बचाव और राहत अभियान सोमवार को भी लगातार सातवें दिन जारी है।
अब तक 387 मौतें, 180 लापता: 2 अगस्त तक 387 लोगों की जान जा चुकी है। 220 शव बरामद किए गए हैं और 180 लोग अभी भी लापता हैं।
राहत शिविर: वायनाड में कुल 53 शिविर स्थापित किए गए हैं और 6759 लोग इन शिविरों में रह रहे हैं।
सामूहिक अंतिम संस्कार: 30 जुलाई के भूस्खलन में मारे गए अज्ञात लोगों के पार्थिव शरीर का सामूहिक अंतिम संस्कार रविवार देर रात किया गया।
पुलिस की रात्रि गश्त: मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि चूरलमाला और मुंडक्कई इलाकों में पुलिस की रात्रि गश्त शुरू कर दी गई है।
बचाव अभियान में रडार: केरल सरकार के अनुरोध पर भारतीय वायुसेना ने 3 अगस्त को तलाशी अभियान के लिए सियाचिन और दिल्ली से एक ZAWER और चार REECO रडार मंगवाए हैं।
मुख्यमंत्री का निर्देश: मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने पहले जिला प्रशासन को सर्वधर्म प्रार्थना के साथ औपचारिकताएं पूरी करने का निर्देश दिया था।
रात में घरों में घुसने के खिलाफ चेतावनी: सीएमओ के बयान में रात में पीड़ितों के घरों या इलाकों में घुसने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
यह भयानक घटना केरल के लोगों के लिए एक बड़ी त्रासदी है। राज्य सरकार और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) लगातार पीड़ितों की मदद करने और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं।
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