टोक्यो में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत की स्थिति स्पष्ट की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूक्रेन यात्रा की अटकलों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, “हमारा मानना है कि युद्ध से समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता है और पिछले 2.5 वर्षों में यह संघर्ष और गहरा हुआ है।”
जयशंकर ने इस बात पर जोर दिया कि भारत शुरू से ही बातचीत के जरिए इस संघर्ष का समाधान चाहता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी रूस यात्रा के दौरान भी राष्ट्रपति पुतिन से इस मुद्दे पर बात की थी।
उन्होंने आगे कहा कि भारत ने दोनों पक्षों से संयम बरतने और शांतिपूर्ण समाधान के लिए काम करने का आग्रह किया है।
विदेश मंत्री की यह प्रतिक्रिया प्रधानमंत्री मोदी की संभावित यूक्रेन यात्रा की अटकलों के बीच आई है। हालांकि, जयशंकर ने इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की।
भारत के रूस-यूक्रेन संघर्ष पर अपना तटस्थ रुख बनाए रखने के बीच, यह बयान भारत के दृष्टिकोण को स्पष्ट करता है और बातचीत के जरिए संघर्ष को समाप्त करने के लिए किए गए प्रयासों पर प्रकाश डालता है।
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