शिमला। गर्मियां बढ़ते ही शिमला शहर में पेयजल संकट गहरा गया है। शहर में कहीं चार दिन बाद तो कहीं पांच दिन बाद पानी की सप्लाई हो रही है। शिमला के मिडल बाजार और मालरोड के अलावा उपनगरों में लोग पांच दिनों से पानी का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि जल प्रबंधन निगम का दावा है कि शहर में 2 दिन बाद पानी की सप्लाई आएगी।
शहर के लोअर पंथाघाटी, घोड़ा चौकी, चक्कर, संजौली और ढली के कई क्षेत्रों चार से पांच दिन बाद पानी की सप्लाई आई। पिछले कुछ दिनों से पड़ रही भयंकर गर्मी के कारण जल परियोजनाओं में पानी काफी ज्यादा कम हो गया है। राजधानी को पानी देने वाली मुख्य परियोजनाओं गिरी व गुम्मा में पानी की सप्लाई भीषण गर्मी के कारण बहुत काम हो गई है। गिरी परियोजनाओं से जहां 18 एमएलडी तक पानी शहर को आता हैं तो वहीं इस परियोजना से 06 से भी कम एमएलडी पानी की सप्लाई आ रही है। शहर को 40 एमएलडी से ज्यादा पानी की जरूरत है, लेकिन मिल 30 एमएलडी रहा हे। ऐसे में शहर में पानी की वितरण की व्यवस्था भी चरमरा गई है। हालात यह है कि लोगों को पीने के लिए भी दुकानों से पानी की खरीदना पड रहा है। इसके अलावा शहर के अलग अलग क्षेत्रों में पानी की बावड़ियां पर लोगों की भीड़ जमा होना शुरू हो गई है। शिमला जल प्रबंधन निगम के अधिकारी रविवार को गिरी नदी का दौरा करने भी पहुंचे। इस दौरान अधिकारियों ने पाया कि सूखे के कारण गिरी जल परियोजना का जलस्तर काफी कम हो गया है। आने वाले दिनों में अगर गर्मी का प्रकोप इसी तरह जारी रहता हैं तो फिर सूखे के कारण स्थिति और ज्यादा खराब हो सकती है। इसकी तरह शहर को पानी की सप्लाई करने वाले अन्य जल परियोजनाओं में भी पानी की कम हो गया है।
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