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देवाल। चमोली जनपद के कर्णप्रयाग से लगे नागनाथ, नंदप्रयाग, आटागाड सहित आदिबदरी, गैरसैंण आदि के जंगलों में आग से कई हैक्टेयर वन भूमि तबाह हो गई और आग साथ लगते गांवों तक पहुंच गई है। चमोली के कुमाऊं सीमा से लगे हिल स्टेशन देवाल के लिंगडी में बागेश्वर कुमाऊं के जंगलों की आग पहुंचने से वन कर्मियों के पसीने छूटे हुए हैं। आग पूर्वी पिंडर रेंज के लिगडी गांव की सीमा पर पहुंच गई है।
पूरे क्षेत्र में धुंआ फैलने से यहां सौ मीटर दूर देखना भी दूभर हो जबकि लोगों को इससे श्वास, त्वचा रोग से की समस्या आ रही है। लिंगड़ी वन सीमा पर पूर्वी पिडर रेंज के वन कर्मी व ग्रामीण युद्धस्तर दिन रात आग बुझाने में लगे हैं। हवा तेज होने से आग बुझाने के बाद फिर भड़क जा रही है।
वन क्षेत्राधिकारी पूर्वी पिंडर रेंज देवाल हरीश थपलियाल ने बताया कि कुमाऊं के बागेश्वर के गढ़ खेत, दावों के जंगलों में लगी आग पूर्वी पिंडर रेंज के लिगड़ी के ऊपर जंगल सीमा पर पहुंच गई है। वन विभाग की टीम आग बुझाने में दो दिन से लगी है। इस दौरान वन आरक्षी मनीषा पंवार को भी आग बुझाने के दौरान पहाड़ी से गिरे पत्थर से चोट आई है। उन्होंने ग्रामीणों से आग बुझाने का सहयोग करने की अपील की है।
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