नैनीताल – उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए वायुसेना ने मोर्चा संभाल लिया है। नैनीताल के लड़ियाकांटा क्षेत्र में लगी आग एयरफोर्स स्टेशन की तरफ बढ़ रही थी, जिस पर काबू पाने के लिए वन विभाग और सेना के प्रयास नाकाफी साबित हुए। इस स्थिति में वायुसेना ने हेलीकॉप्टर की मदद से आग बुझाने का अभियान शुरू किया।
हेलीकॉप्टर से पानी की बौछार:
-
शुक्रवार शाम को दो हेलीकॉप्टर नैनीताल पहुँचे थे।
-
शनिवार सुबह 7:30 बजे से हेलीकॉप्टरों ने भीमताल झील से पानी भरकर जंगल में बौछार शुरू की।
-
लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
पानी की आवश्यकता के लिए नौकायन बंद:
-
प्रशासन ने पानी की आवश्यकता को पूरा करने के लिए नैनीताल, भीमताल, सातताल और नौकुचियाताल झील में नौकायन पर रोक लगा दी।
कुमाऊँ के अन्य जंगलों में भी मदद की संभावना:
-
प्रशासन के अनुसार कुमाऊँ क्षेत्र के अन्य जंगलों में भी स्थिति बिगड़ने पर वायुसेना की मदद ली जा सकती है।
-
इससे पहले 2016 में भी उत्तराखंड में जंगलों की आग पर काबू पाने के लिए वायुसेना की मदद ली गई थी।
सारांश:
वायुसेना के हेलीकॉप्टरों की मदद से नैनीताल के लड़ियाकांटा क्षेत्र में लगी आग पर काबू पा लिया गया है। यह घटना उत्तराखंड में जंगलों में लगने वाली आग की गंभीरता को दर्शाती है और आपदा प्रबंधन में वायुसेना की भूमिका को रेखांकित करती है।
pls read:Uttarakhand: उत्तराखंड में मई-जून में हीट वेव का अलर्ट, बचाव के उपायों पर जोर